देश को आगे ले जाने की हमारी सामूहिक जिम्मेदारी: स्पीकर बिरला

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कोटा। लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला की प्रेरणा से रविवार सुबह अमृत महोत्सव आयोजन समिति की ओर से भव्य तिरंगा रैली का आयोजन किया गया। शहर के प्रमुख सामाजिक-व्यापारिक संस्थाओं ने इस तिरंगा रैली में बेहद उत्साह से भाग लिया। तिरंगा रैली का शुभारंभ करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि स्वतंत्रता दिवस नव संकल्पों का पर्व है।

आजादी के इस अमृतकाल में हमारा प्रयास होना चाहिए कि हम देश को नवोत्कर्ष पर ले जाने के लिए स्वयं को समर्पित करें। तेजी से बढ़ते भारत में हम सबका योगदान होना चाहिए। हम देश के लिए क्या कर सकते हैं, यह हमें स्वयं तय करना होगा। आयोजन समिति के मुख्य संयोजक राकेश जैन मड़िया ने बताया कि आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने को देखते हुए 75 सामाजिक-व्यापारिक संस्थाओं ने इस तिरंगी रैली में सहभागिता की।

शहर में फहराया 75 फीट का तिरंगा” स्वाधीनता दिवस के उत्सव को भव्य स्वरूप देते दादाबाड़ी क्षेत्र के सामाजिक कार्यकर्ताओं ने बड़ी पहल की। आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होेने के अवसर पर उन्होंने 75 फीट का राष्ट्रीय ध्वज फहराकर रैली का आयोजन किया। रैली को रवाना करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि देश के महान विभूतियों के प्रयासों से आज हमारा विश्व में अहम मुकाम है। देश को और आगे ले जाने की जिम्मेदारी अब हमारी जिसे हैं एकजुटता से निभाना होगा। रैली में सामाजिक कार्यकर्ता धर्मेंद्र हाड़ा, जगदीश जिंदल, विकास शर्मा, दिलीप अरोड़ा, सुरेंद्र चौधरी, आरती शाक्यवाल, सुरेंद्र राठौर, प्रतिभा गौतम, कैलाश गौतम, लक्ष्मी मेहरा, रीता सलूजा, रेखा यादव, शैलेंद्र ऋषि, प्रकाश सैनी, अनसुइया गोस्वामी, रविंद्र चोपड़ा रवि राठौड़ संजय साहनी पवन हाडा खेमराज मीणा हिरेंद्र नागर धीरज नागर आशुतोष गुप्ता अजय सिंह लवली सीमा चौधरी सोनू काला आदि उपस्थित रहे।

भामाशाहमंडी में अमृतधारा बुझाएगी प्यास: आजादी का अमृत महोत्सव के अवसर पर कोटा ग्रेन एंड सीड्स मर्चेन्ट एसोसिएशन ने भामाशाह मंडी परिसर में सराहनीय पहल की। एसोसिएशन की ओर से मंडी परिसर में अमृतधारा हट्स का निर्माण करवाया गया है। इन अमृतधारा हट्स के माध्यम से मंडी परिसर में आने वाले व्यापारियों, किसानों, श्रमिकों पल्लेदारों, श्रमिकों, किसानों तथा अन्य लोगों को शुद्ध और स्वच्छ पेयजल मिल सकेगा। हट्स का लोकार्पण करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि आजादी के आंदोलन में किसानों और श्रमिकों का भी अहम योगदान रहा था। अनेक ऐसे किसान और कृषि आंदोलन हैं जिन्होंने इतिहास को नया मोड़ दिया। किसान आज भी प्रतिबद्धता से अन्नदाता के रूप में देश की अन्न आवश्यकताओं की पूर्ति कर रहे हैं। किसानों को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने के लिए आज कई प्रयास किए जा रहे हैं।

जैविक खेती को प्रोत्साहन: देश में जैविक खेती को प्रोत्साहन देकर खेती और भूमि दोनों को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। आजादी का अमृत महोत्सव मनाते हुए किसानों की आय को बढ़ाने के लिए कृषि व्यापारियों को भी नई पहल करने के लिए आगे आना चाहिए। उन्होंने व्यापारियों से अपने प्रतिष्ठानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का भी आव्हान किया। कार्यक्रम को कोटा दक्षिण विधायक संदीप शर्मा और लाडपुरा विधायक कल्पना देवी ने भी संबोधित किया।