कोलकाता। पश्चिम बंगाल सरकार के शिक्षा विभाग में माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के तहत शिक्षण और गैर शिक्षण पदों पर नियुक्तियों में 61 नंबर पाने वाली मंत्री की बेटी को नौकरी मिल गई, जबकि 77 नंबर पाने वाली मेरिट से बाहर हो गई। स्कूल सेवा आयोग ने (WBSSC) वर्ष 2016 में परीक्षा आयोजित की थी। इसका परिणाम 27 नवंबर 2017 को आया ।
परिणाम लिस्ट में एक परीक्षार्थी बबीता सरकार का भी नाम टॉप 20 में था और उन्हें 77 नंबर मिले थे। लेकिन बाद में आयोग ने सूची रद्द कर दी। इसके बाद जब दूसरी सूची आई तो उसमें बबीता का नाम वेटिंग लिस्ट में चला गया। लेकिन उनसे 16 नंबर कम (61 नंबर) पाने वालीं शिक्षा राज्य मंत्री परेश अधिकारी की बेटी का नाम सबसे ऊपर आ गया। घोटाले की परत यहीं से खुलनी शुरू हुई।
बबिता के पिता हाई कोर्ट चले गये। उन्होंने दावा किया कि भर्ती परीक्षा में अधिकारी की बेटी के मुकाबले ज्यादा अंक लाने के बावजूद उसे नौकरी नहीं दी गई। याचिकाकर्ता ने बताया कि उसकी बेटी को 77 नंबर मिले थे। लेकिन उसकी बेटी का नाम मेरिट लिस्ट में आया ही नहीं जबकि उससे कम 61 अंक पाने वाली मंत्री की बेटी का नाम सबसे ऊपर रहा और उसे नौकरी मिल गई।
कोर्ट ने मामले को संज्ञान में लिया और जांच के लिए न्यायमूर्ति (रिटायर्ड) रंजीत कुमार बाग की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया। समिति ने अपनी रिपोर्ट में घोटाले में शामिल तत्कालीन अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा चलाने की सिफारिश की।
घोटाले में शामिल अधिकारियों ने बड़ी चालाकी से इस धांधली को अंजाम दिया। जांच में पता चला कि अधिकारियों ने चुनिंदा उम्मीदवारों को अपनी ओएमआर उत्तर पुस्तिकाओं के लिए आरटीआई लगाने और पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन देने को कहा। उन्होंने ऐसा ही किया।
अधिकारियों ने तब कथित तौर पर कुछ उम्मीदवारों के अंक बढ़ाकर उन्हें मेरिट में स्थान दे दिया और फिर ओएमआर शीट में हेराफेरी की। उन्होंने असफल उम्मीदवारों को नियुक्ति सूची में लाने के लिए कथित तौर पर जाली अंक भी बनाए। अंक बदलने के बाद ओएमआर शीट को कथित तौर पर नष्ट कर दिया गया। उम्मीदवारों के स्कोर को बढ़ाने के लिए आरटीआई का इस्तेमाल एक हथियार के रूप में किया गया।
इस घोटाले को लेकर राज्य सरकार में मंत्री पार्थ चटर्जी (Partha Chatterjee) को ईडी (ED) ने गिरफ्तार कर लिया है। ईडी की टीम ने पार्थ चटर्जी की नजदीकी अर्पिता मुखर्जी (Arpita mukherjee) के घर से अब तक 21 करोड़ रुपए कैश बरामद किये हैं।