कोविड अभिशापित 42 विधवा- विधुर का पुनर्विवाह, बच्चों को मिले माता-पिता

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कोटा। कोविड अभिशापित ग्रुप के प्रणेता डॉ. लोकमणि गुप्ता की टीम के प्रयास से 42 एकल जीवित विधवा- विधुर का पुनर्विवाह होने के साथ ही बच्चों को माता-पिता का साया मिला। डॉ. गुप्ता की इस अभिनव पहल को देश भर में सकारात्मक समर्थन मिल रहा है।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस प्रयास से अनाथ हुए बच्चों को पुनः माता पिता का प्यार मिल रहा है। वहीं परिवार के बुजुर्गो को सहारा मिल रहा है। इसी कड़ी में 9 मई को कोविड अभिशापित अंजलि गोयल एवं राहुल का मध्य प्रदेश के शिवपुरी में एवं 18 मई को श्रीगंगानगर निवासी मनोज एवं इटावा उ.प्र निवासी लक्ष्मी देवी का पुनर्विवाह संपन्न हुआ है।

डॉ. गुप्ता ने बताया कि इस तरह का पुनर्विवाह कोविड अभिशापित एकल जीवित विधवा- विधुर के दाम्पत्य जीवन के साथ एवं उनके बच्चों को माता-पिता का साया भी मिलता है।
दोनों जोड़ों में प्रत्येक पक्ष के साथ 2-2 बच्चे हैं, जिन्हें दोनों ने सहर्ष स्वीकार किया है। यानी इन दो पुनर्विवाहित सम्बन्धों से दो- दो विधवा- विधुर प्रत्याशियों, आठ बच्चो एवं सोलह परिवारों में हर्षोल्लास का वातावरण बना है।

डॉ. गुप्ता एवं टीम के समर्पित प्रयासों से अभी तक जानकारी अनुसार 42 पुनर्विवाहित संबंध स्थापित हो गए हैं। अखिल भारतीय स्तर पर दो बार ‘राष्ट्रीय अग्र रत्न से सम्मानित कोटा राजस्थान के वरिष्ठ समाजसेवी होम्योपैथिक चिकित्सक डॉ. लोकमणि गुप्ता ने कोविड अभिशापित एकल जीवित विधवा विधुर बच्चों के स्थाई पुनर्वास के लिए त्रिस्तरीय गुणात्मक समयोचित निशुल्क अभिनव सामाजिक प्रकल्प की नींव रखी है।

यह है डॉ. गुप्ता की टीम
उनकी इस टीम में वासुदेव अग्रवाल राष्ट्रीय संरक्षक कोटा, जगदीश प्रसाद मित्तल प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य एवं अध्यक्ष कोटा जिला इकाई संतोष गुप्ता, कोटा, विद्यासागर अग्रवाल प्रदेश महामंत्री श्रीगंगानगर, मदनमोहन गर्ग पत्रकार, प्रान्तीय प्रवक्ता गंगापुर सिटी, सौरभ गुप्ता, आईटी प्रभारी वीडियो जूम मीटिंग, कोटा सहित अग्रवाल समाज के राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न राज्यों के समाजसेवी शामिल हैं।