नई दिल्ली। देशभर में कोरोना वायरस (COVID 19) के नए वैरिएंट ओमिक्रॉन के बढ़ते संक्रमित मामलों को देखते हुए सीबीएसई और सीआईएससीई ने महत्वपूर्ण नोटिस जारी किया है। दोनों शिक्षा बोर्ड ने स्कूलों से पैरेंट्स को प्रोत्साहित करने का आग्रह किया है। टीचर और स्टाफ अपने बच्चों का वैक्सीनेशन कराएं और अन्य छात्रों के पैरेंट्स को भी समझाएं। 15-18 आयु वर्ग के छात्रों के लिए COVID-19 वैक्सीनेशन 3 जनवरी से शुरू हो गया है।
दरअसल, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने 27 दिसंबर, 2021 को दिशानिर्देश जारी किए, जिसमें नेशनल वैक्सीनेशन प्रोग्राम के तहत 3 जनवरी, 2022 से 15-18 वर्ष के बीच के बच्चों का टीकाकरण अभियान शुरू किया गया है। शिक्षा बोर्ड, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) और काउंसिल फॉर द इंडियन स्कूल सर्टिफिकेट एग्जामिनेशन (CISCE) ने स्कूलों को इस अभियान से जोड़ने के लिए अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर नोटिस जारी किया है।
सीबीएसई की आधिकारिक वेबसाइट cbse.gov.in पर जारी नोटिस में, माता-पिता, स्कूलों, कर्मचारियों और अन्य लोगों से बच्चों का टीकाकरण सुनिश्चित करने का आग्रह किया। सीबीएसई के नोटिस में लिखा है, ‘भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार COVID-19 टीकाकरण लेने से 15-18 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों की सुरक्षा होगी।’ इसके अलावा, ‘सीबीएसई से संबद्ध स्कूलों के प्रमुखों को सलाह दी जाती है कि वे छात्रों के माता-पिता, शिक्षकों और कर्मचारियों को प्रोत्साहित करें कि वे अपने 15-18 आयु वर्ग के बच्चों को भारत सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार जल्द से जल्द टीका लगवाएं।’
वहीं CISCE ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर एक नोटिस जारी किया और कहा कि छात्रों का वैक्सीनेशन बहुत जरूरी है क्योंकि इससे सुरक्षा सुनिश्चित होगी। जबकि छात्र स्कूल परियोजनाओं, कक्षाओं या परीक्षाओं के लिए बाहर निकल सकेंगे। 10वीं और 12हवीं कक्षा की परीक्षा में छात्रों के लिए सही कदम है। वैक्सीनेशन के बाद छात्र ऑफलाइन क्लासेस के लिए, प्रैक्टिकल वर्क के लिए, या या सेमेस्टर 2 परीक्षाओं में बैठ सकेंगे। इसलिए CISCE से संबद्ध स्कूलों के प्रमुखों को सलाह दी है कि वे अपने स्कूलों के छात्रों के माता-पिता और अभिभावकों को प्रोत्साहित करें कि वे 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों को जल्द से जल्द टीका लगवाएं।”
बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार तक देश में कोविड-19 वैक्सनी डोज लेने वाले लोंगो की संख्या 148.58 करोड़ के आंकड़े को पार कर गईं, जिसमें 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के 1,64,98,400 बच्चे शामिल हैं। वहीं गुरुवार को शाम सात बजे तक 87 लाख से अधिक (87,66,164) खुराक लगाई गईं जिनमें 15-18 आयु वर्ग के लाभार्थियों को दी गईं 35,98,243 खुराक शामिल हैं।