कोटा। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच सरकार ने अब वैक्सीनेशन पर फोकस कर लिया है। सरकार जल्द से जल्द सौ फीसदी वैक्सीनेशन पूरा करना चाहती है। कोरोना का खतरा कम हो। 31 जनवरी तक लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगवानी होगी। इसके बाद सरकार सख्ती करेगी। प्रदेश के चिकित्सा मंत्री परसादी लाल मीणा ने कहा कि जिन लोगों के वैक्सीन की दोनों डोज लग चुकी है उन में कोरोना का खतरा काफी कम है। उन्हें ना तो अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत पड़ रही है। न ही उनकी हालत गंभीर हो रही है। इसलिए लोगों को दोनों डोज लगवाना जरूरी है।
उन्होंने कहा कि इस को लेकर एसओपी भी जारी कर दी है। 30 जनवरी तक लोगों को दोनों डोज कंप्लीट करवानी है। इसके बाद जो लोग जानबूझकर वैक्सीनेशन नहीं करवा रहे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि बीच में जो छूट दी गई उसमें लोग लापरवाह हुए। उसी का नतीजा है कि फिर से कोरोना के मामले बढ़ने लगे हैं। अभी ओमिक्रॉन के ज्यादा मामले आ रहे हैं, लेकिन ओमिक्रॉन से कोई गंभीर खतरा नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने टीका नहीं लगवाई है केवल उन्हीं लोगों को खतरा है। ओमिक्रॉन वैरिएंट वाले मरीजों को तो अस्पताल में भी भर्ती करने की जरूरत नहीं पड़ रही।
स्कूलों को लेकर जिला प्रशासन करेगा निर्णय
वहीं, जयपुर और जोधपुर में उस स्कूल बंद किए जाने और अन्य इलाकों में स्कूल चालू रखने को लेकर उन्होंने कहा कि मरीजों की संख्या के आधार पर जिला प्रशासन इस संबंध में निर्णय करेगा। अगर कलेक्टर को लगता है कि स्कूल बंद करने चाहिए तो वह मुख्य सचिव से इस बारे में चर्चा कर निर्णय कर सकते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अगर स्थिति बिगड़ती है तो रिव्यू मीटिंग की जाएगी।