नयी दिल्ली। सरकारी आंकड़ों में शुक्रवार को बताया गया कि खाद्य कीमतों में बढ़ोतरी के कारण खुदरा मुद्रास्फीति अक्टूबर में मामूली बढ़कर 4.48 प्रतिशत हो गई।
उपभोक्ता मूल्य सूचकांक (सीपीआई) पर आधारित मुद्रास्फीति सितंबर में 4.35 प्रतिशत और अक्टूबर, 2020 में 7.61 प्रतिशत थी।
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (एनएसओ) द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार खाद्य मुद्रास्फीति अक्टूबर में बढ़कर 0.85 प्रतिशत हो गई, जो इससे पिछले महीने में 0.68 प्रतिशत थी।
भारतीय रिजर्व बैंक ने सीपीआई आधारित मुद्रास्फीति को चार प्रतिशत पर रखने का लक्ष्य तय किया है, जिसमें ऊपर-नीचे दो प्रतिशत का विचलन हो सकता है।
आरबीआई के अनुमानों के मुताबिक सीपीआई मुद्रास्फीति 2021-22 में 5.3 प्रतिशत के करीब रहेगी। इसके बाद वित्त वर्ष 2022-23 की अप्रैल-जून तिमाही के दौरान खुदरा मुद्रास्फीति के 5.2 प्रतिशत पर रहने का अनुमान है।