एसिडिटी और अपच से परेशान हैं तो रोज चबाएं तुलसी

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डॉ. सुधींद्र श्रृंगी
एमडी आयुर्वेद
कोटा।
जब आप पेट की समस्या से परेशान हों तो उस वक्त आपको कुछ भी अच्छा नहीं लगता है। इसमें अपच (Indigestion) एक आम समस्या है जो खाना न खाने पर भी हमें पेट भरा होने का एहसास कराती है। ऐसा तब होता है जब आपके पेट का एसिड वापस आपके अन्नप्रणाली (oesophagus) में चला जाता है, जो कि अपच का कारण बनता है और स्थिति में आपको जलन भी महसूस हो सकती है।

यदि इस समस्या का ठीक से इलाज नहीं किया जाता है, तो तेज दर्द, भारीपन और यहां तक कि मतली जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। पेट दर्द कोई बड़ी बीमारी नहीं है जिसके लिए आप परेशान होंगे। आप इसका हल आयुर्वेदिक औषधियों के जरिए घर पर भी कर सकते हैं। यदि दर्द इतना गंभीर नहीं है तो देसी नुस्खे कारगर हो सकते हैं। यहां हम आपको एक घरेलू उपाय के बारे में बता रहे हैं जो पाचन समस्याओं में मदद कर सकता है और वह है वह है तुलसी।
​सबसे पुरानी जड़ी बूटी है तुलसी

Ocimum Basilicum या तुलसी आमतौर हर भारतीय घर में उगाई जाती है। यह मानव जाति के लिए ज्ञात सबसे पुरानी जड़ी-बूटियों में से एक है, और इसके औषधीय और स्वस्थ लाभों को लंबे समय से दुनिया भर के लोग जानते हैं। पवित्र तुलसी घर के करीब अपनी शक्तिशाली औषधीय और चिकित्सीय क्षमताओं के लिए बेशकीमती है। तुलसी के पत्तों (Basil leaves) को कई तरह के व्यंजनों में पाया जा सकता है।

अपच में मदददार है तुलसी
माना जाता है कि पवित्र जड़ी बूटी अपने स्वाद के अलावा, पकवान की विशेषताओं को संरक्षित रखती है। इसमें कई विटामिन और खनिज होते हैं। यह विटामिन ए, सी, ई, के और ओमेगा -3 घटकों का भी एक समृद्ध स्रोत है। इसमें तांबा, कैल्शियम, मैंगनीज, फास्फोरस, जस्ता और पोटेशियम सहित खनिज भी शामिल हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, ये सभी पोषक तत्व अपच, नाराज़गी, मतली और अत्यधिक गैस के लक्षणों को दूर करने में मदद करता है।”

पेट के एसिड को कम करे तुलसी
आप इसे जूस में मिला सकते हैं और एक शॉट ले सकते हैं। आप इसे नारियल के पानी, नींबू के रस या छाछ में 2-3 चम्मच तुलसी के पत्तों का रस मिलाकर भी पी सकते हैं। तुलसी के साथ ये नींबू, छाछ भी अपच से राहत दिलाते हैं।

तुलसी के पत्तों के अन्य लाभ
तुलसी में शीतलन गुण (cooling properties) भी शामिल हैं, जो इसे गर्मियों में उपयोग के लिए आदर्श बनाते हैं। यह शरीर को शुद्ध करता है और तापमान को नियंत्रित करता है। पेट के स्वास्थ्य के अलावा, तुलसी के पत्ते आपके फाइबर सेवन में वृद्धि करेंगे, रक्त शर्करा को कम करेंगे, वजन घटाने में सहायता करेंगे और कोलेस्ट्रॉल को भी कम करेंगे।