नई दिल्ली। डेरा हिंसा के बाद से पैदा हुए हालात ने दिल्ली-एनसीआर सहित पूरे नॉर्थ इंडिया में कमर्शियल और इंडस्ट्रियल सप्लाई पर असर डाला है। हरियाणा और पंजाब से होकर जाने वाले कई राजमार्गों पर ट्रांसपॉर्टर्स ने बुकिंग रोक दी थी, जो अब भी पूरी तरह नहीं खुली है।
हालांकि कानून-व्यवस्था में सुधार नजर आ रहा है, लेकिन सोमवार को डेरा प्रमुख राम रहीम को सजा सुनाए जाने के बाद हालात फिर बिगड़ने की आशंका में ट्रांसपॉर्ट जोखिम नहीं लेना चाहते।
हरियाणा और पंजाब के ज्यादातर इंडस्ट्रियल क्लस्टर्स से दिल्ली-एनसीआर में माल की आवाजाही 70 पर्सेंट तक घट चुकी है। पंजाब, हिमाचल और कश्मीर से फल-सब्जियों की सप्लाइ पर भी असर पड़ा है।
शुक्रवार को हिंसा, कई जिलों में कर्फ्यू और लगभग सभी राजमार्गों पर यातायात बंद होने के बाद ट्रांसपॉर्टर्स ने आगे की बुकिंग कैंसल कर दी थी। वे अब भी हालात पर नजर रखे हुए हैं।
दिल्ली गुड्स ट्रांसपॉर्ट ऑर्गनाइजेशन के प्रेजिडेंट राजिंदर कपूर ने बताया, ‘हमने शुक्रवार को ही अपने सभी मेंबर्स को आगाह कर दिया था कि हरियाणा-पंजाब से होकर गुजरने वाले मार्गों से गाड़ियां हटा लें और हालात सुधरने का इंतजार करें। अब भी कोई ऑपरेटर रिस्क नहीं लेना चाहता।’
औद्योगिक जानकारों का कहना है कि दिल्ली से सोनीपत, पानीपत, करनाल, कुरुक्षेत्र, अंबाला होकर जाने वाले राजमार्ग-1 स्थित औद्योगिक क्लस्टर्स से न सिर्फ दिल्ली बल्कि पूरे नॉर्थ इंडिया में टेक्सटाइल, फर्निशिंग, ऑटो पार्ट्स, मशीनरी की सप्लाइ होती है।
यहां से देशभर में माल की आवाजाही दो दिन तक ठप रही। इसी तरह राजमार्ग-10 पर रोहतक, हिसार, फतेहाबाद से सिरसा तक इंडस्ट्रियल यूनिटों में कामकाज लगभग बंद रहा।
कुंडली इंडस्ट्रियल एरिया असोसिएशन के सुभाष गुप्ता ने बताया कि औद्योगिक गतिविधियां जारी हैं, लेकिन सप्लाइ पर असर पड़ा है। फरीदाबाद स्मॉल इंडस्ट्रीज असोसिएशन के एक मेंबर ने बताया, ‘यहां औद्योगिक कामकाज तो बंद नहीं हुआ, लेकिन जिस तरह सप्लाइ रुकी है।
अगर एक-दो दिन और ऐसे हालात रहे तो जाट आंदोलन के समय हुआ नुकसान फिर झेलना पड़ सकता है।’ गुजरात, राजस्थान, पंजाब से दिल्ली के कई बड़े होलसेल बाजारों में आने वाले माल पर असर देखा जा रहा है।
हालांकि, रविवार को कई राजमार्गों पर परिचालन शुरू होने की खबरें आईं, लेकिन ट्रेडर्स इस बात को लेकर आशंकित दिखे कि सोमवार को डेरा प्रमुख को सजा के ऐलान के बाद भी हिंसक गतिविधियां हो सकती हैं।
ज्यादातर लोग कनसाइनमेंट टालने के मूड में हैं। आजादपुर मंडी में चैंबर ऑफ फ्रूट्स ऐंड वेजिटेबल्ज के प्रेजिडेंट मेठाराम कृपलानी ने कहा कि शुक्रवार के बाद से हिमाचल और जम्मू-कश्मीर से सप्लाइ 30-40 पर्सेंट तक घटी है।
रविवार को छुट्टी होने के चलते ट्रेंड साफ नहीं है, लेकिन सोमवार को राजमार्ग बंद हुए तो फल-सब्जियों की आवक और कीमतों पर बुरा असर पड़ सकता है। मंडी में महाराष्ट्र, गुजरात, राजस्थान, पंजाब से भी ज्यादातर सप्लाइ हरियाणा होकर ही आती है।