कोटा में कोरोना वायरस के बचाव के लिए जन जागृति अभियान का आगाज आज से

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कोटा। जिला कलेक्टर कार्यालय के टैगोर हॉल मे कोरोना वायरस (coronavirus) को लेकर जिला कलेक्टर उज्जवल राठौड़ की अध्यक्षता में आज एक बैठक हुई । बैठक मे कलेक्टर राठौड़ ने कहा कि कोरोना महामारी से बचने के लिए राज्य सरकार ने पूरे प्रदेश में जन जागृति अभियान चलाने का 2 अक्टूबर से निर्णय लिया है।

उन्होंने बताया कि राज्य के मुख्यमंत्री की मंशा है की लॉकडाउन को टालते हुए सोशल डिस्टेंस, मास्क, सैनिटाइजर,.सावधानी एवं सतर्कता से कोरोनावायरस से बचने के लिए जन जन में संदेश दिया जाए, जिससे आमजन में इसकी पालना हो सके। मुख्यमंत्री का मानना है कि बार-बार के लॉकडाउन से अर्थव्यवस्था पर बुरा असर पड़ता है।

बैठक में सीएमएचओ डॉ भूपेंद्र सिंह तंवर ने कहा कि जन जागृति और जन-जन को मास्क लगाना आवश्यक होगा। इसके लिए सभी को मिलकर जनचेतना अभियान में भागीदारी निभानी पड़ेगी। कोटा व्यापार महासंघ के अध्यक्ष क्रांति जैन एवं महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि व्यापारियों एवं उद्यमियों ने लॉकडाउन में 20 मार्च से कोरोना को लेकर पूरी सजगता सावधानी बरती है।

जनसेवा जन जागृति एवं लॉकडाउन को सफल बनाने में कोई कमी नही रखी है। व्यापार महासंघ ने पिछले 10 दिनों से दुकानों पर बिना मास्क के प्रवेश वर्जित जन जाग्रति अभियान जारी कर रखा है। साथ ही आमजनों को भी व्यापार महासंघ की 150 संस्थाओं के द्वारा मास्क लगाने के प्रेरित करने के साथ-साथ बाजारों में निशुल्क मास्क वितरित किए जा रहे हैं।

कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी एवं कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार जैन ने कहा कि औद्योगिक संगठन दी एसएसआई एसोसियेसन द्वारा पूरे औद्योगिक क्षेत्र में प्रत्येक सदस्य के उद्योग मे 2000 रुपये कीमत की सैनिटाइजर मशीन निशुल्क बांटी गई है। उद्योगों में बिना मास्क के एवं बिना सेनीटाइजर के प्रवेश वर्जित कर रखा है ।उसी के चलते औद्यागिक क्षेत्र में सबसे कम कोरोनावायरस का फ़ेलाव है।

उन्होंने बताया कि यहा सोशल डिस्टेंस का विशेष ध्यान रखा जा रहा है। माहेश्वरी ने बताया कि कोटा व्यापार महासंघ द्वारा 10000 जन जागृति के पोस्टर बनाये गये हैं। साथ ही हर संगठन को अपने-अपने बाजारों में प्रत्येक प्रतिष्ठानों के बाहर बिना मास्क प्रवेश वर्जित के पोस्टर लगाने एवं बाजारों मास्क पहनने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया है।

बैठक में मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ विजय सरदाना ने बताया कि कोरोनावायरस बार-बार अपना स्वरूप बदल रहा है। जब तक इसकी वेक्सीन नहीं आ जाती, तब तक सावधानी, सतर्कता, सुरक्षा ही इसका इलाज है। हमेशा मास्क लगाना सोशल डिस्टेंस रखना,भीड भाड में कम से कम जाना।,समय-समय पर अपने हाथों को सैनिटाइजर आदि की पालना करके ही इससे बचा जा सकता है।