कोटा। शहर में 58 करोड़ रुपये की लागत से बने नए चम्बल पुल का मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने गुरुवार को जयपुर से लोकार्पण किया। तकनीक का कमाल देखिये मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने जयपुर में अपने आवास से इसका बटन दबाकर शुभारंभ किया, इसके साथ ही वाहनों का अावागमन शुरू हो गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटा शहर में विकास में कोई कमी नहीं है। अकेले यूआईटी के माध्यम से ही करीब एक हजार करोड़ के काम हो रहे हैं। इसमें 314 करोड़ के काम पूरे हो गए, 517 करोड़ विकास कार्य पूरे होने वाले हैं, सौ करोड़ के कामों की निविदाएं जारी होकर कार्यादेश जारी किए जा चुके हैं।
अध्यक्षता कर रहे नगरीय विकास मंत्री श्रीचंद कृपलानी ने कहा कि शहर में विकास की कोई कमी नहीं हो रही। इस पुल के चालू होने से बैराज पर बार-बार जाम में फंसने की समस्या से लोगों को राहत मिलेगी।
कोटा में कार्यक्रम में कृषि मंत्री प्रभुलाल सैनी, विधायक प्रहलाद गुंजल, यूआईटी अध्यक्ष रामकुमार मेहता, महापौर महेश विजय, जिलाध्यक्ष हेमंत विजय, कलेक्टर गौरव गोयल, एसपी सिटी दीपक भार्गव सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे।
बजट में हुई थी घोषणा, दो साल लगे तैयार होने में
विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि नदी पार क्षेत्र के विकास के लिए जो सपना उन्होंने देखा था, वह मुख्यमंत्री के प्रयासों से पूरा हो गया। उन्होंने दो साल पहले विधानसभा में इसकी मांग रखी थी, मुख्यमंत्री ने अपने बजट घोषणा में इसे शामिल किया और दो साल में यह पूरा हो गया।
यह नदी पार क्षेत्र के विकास के लिए लाइफ लाइन साबित होगा। यहां पर अब नौ करोड़ रुपए के विकास कार्य और करवाए जाएंगे, जिससे यह क्षेत्र पर्यटन के रूप में विकसित होगा।
16 को बंद रहेगा आवागमन : मुख्यमंत्री के 16 को गौरव यात्रा के दौरान यहां आने पर इस पुल से आवागमन बंद कर दिया जाएगा। बताया जा रहा है कि यात्रा इस दिन रात को हैंगिंग ब्रिज से नांता होते हुए थर्मल चौराहे पर पहुंचेगी।