नई दिल्ली। अगस्त में लगातार दूसरे महीने मैन्युफैक्चरिंग ग्रोथ में कमी और एफएमसीजी, बैंकिंग, रियल्टी, आईटी और फार्मा शेयरों में बिकवाली से सोमवार को शेयर बाजार गिरकर बंद हुए। जिससे निवेशकों को 82,359.78 करोड़ रुपए डूब गए। सेंसेक्स 333 अंकों की गिरावट के साथ 38,313 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 98 अंक टूटकर 11,582 के स्तर पर क्लोज हुआ।
एनएसई पर मीडिया और मेटल इंडेक्स को छोड़कर सभी में गिरावट रही। सबसे ज्यादा कमजोरी निफ्टी एफएमसीजी में दर्ज की गई। BSE पर 1400 शेयर्स गिरे। कारोबार के दौरान सेंसेक्स 664.34 प्वाइंट्स गिरा।
इसके पहले GDP के बेहतर आंकड़ों और रुपए में रिकवरी से सोमवार को घरेलू शेयर बाजार की शुरुआत बढ़त के साथ हुई थी। सेंसेक्स 270.84 अंकों की बढ़त के साथ 38915.91 और निफ्टी 71.3 अंक चढ़कर 11,751.80 के स्तर पर खुला था।
PMI अगस्त में गिरकर 51.7 पर
निक्केई इंडिया मैन्युफैक्चंरिंग पर्चेंजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) अगस्त में घटकर 51.7 अंक रहा जबकि जुलाई में यह 52.3 के स्तर पर था। हालांकि यह लगातार 13वां महीना है जब पीएमआई 50 अंक से ऊपर रहा है। पीएमआई का 50 अंक से ऊपर रहना कारोबार या गतिविधियों में विस्तार और 50 अंक से नीचे रहना सुस्ती को दर्शाता है।
निवेशकों के डूबे 82 हजार करोड़ रुपए
बाजार में गिरावट से एक दिन के कारोबार में निवेशकों को 82 हजार करोड़ रुपए से ज्यादा का नुकसान हुआ। शुक्रवार को बीएसई पर लिस्टेड कुल कंपनियों का मार्केट वैल्युएशन 1,59,34,695.78 करोड़ रुपए था। वहीं सोमवार को 1,58,52,336 करोड़ रुपए होगा। यानी सोमवार के कारोबार में निवेशकों को 82,359.78 करोड़ रुपए डूब गए।
मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों भी गिरे
लार्जकैप के साथ मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में भी गिरावट आई है। बीएसई का मिडकैप इंडेक्स 0.45 फीसदी गिरा है जबकि निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स में 0.27 फीसदी कमजोर हुआ है। बीएसई के स्मॉलकैप इंडेक्स में 0.17 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई है।
किन शेयरों में तेजी, किनमें गिरावट
सोमवार के कारोबार में दिग्गज शेयरों में विप्रो, बजाज ऑटो, एचडीएफसी बैंक, सन फार्मा, कोल इंडिया, वेदांता, एचडीएफसी, अडानी पोर्ट्स, भारती एयरटेल 0.23 से 2.49 फीसदी तक बढ़े। हालांकि एचयूएल, पावरग्रिड, एक्सिस बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, आईटीसी, मारुति, ओएनजीसी, टीसीएस, एशियन पेंट्स, रिलायंस इंडस्ट्रीज, एसबीआई, इंफोसिस, एलएंडटी, टाटा स्टील और टाटा मोटर्स 4.58 से 0.15 फीसदी तक गिरे।
NSE पर 11 में से 9 इंडेक्स गिरे
सेक्टोरल इंडेक्स में एनएसई पर 11 में से 9 इंडेक्स गिरावट के साथ बंद हुए। सबसे ज्यादा गिरावट निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स में 2.44 फीसदी दर्ज की गई। बैंक निफ्टी 0.86 फीसदी गिरकर 27,819.50 के स्तर पर बंद हुआ।
इसके अलावा ऑटो इंडेक्स में 0.67 फीसदी, फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.75 फीसदी, आईटी इंडेक्स में 0.55 फीसदी, फार्मा इंडेक्स में 0.30 फीसदी, पीएसयू बैंक इंडेक्स में 0.96 फीसदी, प्राइवेट बैंक इंडेक्स में 1.16 फीसदी और रियल्टी इंडेक्स में 1 फीसदी गिरावट रही। हालांकि मेटल इंडेक्स 0.36 फीसदी और मीडिया इंडेक्स 0.46 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।
PMI अगस्त में गिरकर 51.7 पर
निक्केई इंडिया मैन्युफैक्चंरिंग पर्चेंजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (PMI) अगस्त में घटकर 51.7 अंक रहा जबकि जुलाई में यह 52.3 के स्तर पर था। हालांकि यह लगातार 13वां महीना है जब पीएमआई 50 अंक से ऊपर रहा है। पीएमआई का 50 अंक से ऊपर रहना कारोबार या गतिविधियों में विस्तार और 50 अंक से नीचे रहना सुस्ती को दर्शाता है।
4 राज्यों में कंस्ट्रक्शन पर रोक से रियल्टी शेयर टूटे
सुप्रीम कोर्ट ने मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तराखंड और चंडीगढ़ में कंस्ट्रक्शन पर रोक लगा दी है। दरअसल में मलबा निपटारे की व्यवस्था ना होने से सुप्रीम कोर्ट ने ये रोक लगाई है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा इन राज्यों में सभी निर्माण कार्यों पर रोक से सोमवार को रियल्टी शेयरों में गिरावट देखने को मिली। डीएलफए (2.69%), इंडियाबुल्स रियल एस्टेट (1.68%), यूनिटेक (1.27%), शोभा (1.22%), फिनिक्स लिमिटेड (0.62%) और प्रेसटीज एस्टेट प्रॉपर्टीज (0.19%) में कमजोरी से निफ्टी रियल्टी इंडेक्स लाल निशान में पहुंच गया।
L&T कंस्ट्रक्शन को मिला 2654 करोड़ का ऑर्डर
लार्सन एंड टुब्रो (L&T) ने सोमवार को कहा कि उसकी कंस्ट्रक्शन फर्म को महाराष्ट्र स्टेट रोड डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (MSRDC) से 2,654 करोड़ रुपए का ऑर्डर मिला है।
विप्रो का शेयर 9 फीसदी चढ़ा
देश की बड़ी आईटी कंपनियों में से एक विप्रो (Wipro) को अपने इतिहास का अबतक का सबसे बड़ा कॉन्ट्रैक्ट मिला है। कॉन्ट्रैक्ट मिलने की खबर से सोमवार को Wipro के शेयर में 9 फीसदी तक उछाल आया। विप्रो को अमेरिकी कंपनी एलाइट साल्यूशंस एलएलसी से 150 करोड़ डॉलर यानी 10,500 करोड़ रुपए से अधिक का कॉन्ट्रैक्ट मिला है। शेयर में तेजी से Wipro का मार्केट कैप करीब 12,000 करोड़ रुपए बढ़ गया।