IMF ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान बढ़ाकर 6.5 फीसदी किया

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नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने वित्त वर्ष 2025 के लिए भारत की वृद्धि दर का अनुमान 20 आधार अंक बढ़ाकर 6.5 फीसदी कर दिया है। नए सिरे से विश्व आर्थिक अनुमान लगाते हुए उसने देसी मांग में सुधार और वैश्विक वृद्धि की बेहतर संभावना के कारण भारत का वृद्धि अनुमान बढ़ाया है। मगर अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का अनुमान वित्त मंत्रालय और भारतीय रिजर्व बैंक के 7 फीसदी वृद्धि के अनुमान से कम ही है।

चालू वित्त वर्ष में भारत की वृद्धि का अनुमान भी आईएमएफ ने बढ़ा दिया है। अक्टूबर के मुकाबले इसमें 40 आधार अंक इजाफा करते हुए उसने 6.7 फीसदी वृद्धि का अनुमान लगाया है। मगर यह भी राष्ट्रीय सां​ख्यिकी कार्यालय द्वारा इस महीने जारी 7.3 फीसदी वृद्धि के अनुमान से कम है।

आईएमएफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा है, ‘भारतीय अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2024 (वित्त वर्ष 2025) और 2025 (वित्त वर्ष 2026) में 6.5 फीसदी रहने का अनुमान है और दोनों वर्ष के वृद्धि अनुमान को अक्टूबर में लगाए गए अनुमान से 0.2 फीसदी बढ़ाया गया है, जो मजबूत देसी मांग के कारण है।’

भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर श​क्तिकांत दास ने दावोस में इसी महीने विश्व आ​र्थिक मंच के दौरान अपने भाषण में कहा था कि वित्त वर्ष 2025 में भारत के सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7 फीसदी को छू सकती है।

उन्होंने कहा था, ‘हमारी शोध टीम फरवरी में होने वाली मौद्रिक नीति की बैठक के लिए व्यापक आकलन तैयार करने में जुटी है। मैं देश की आ​र्थिक गतिवि​धियों में दमदार तेजी के आधार पर यह कह रहा हूं।’

वित्त मंत्रालय ने कल भारतीय अर्थव्यवस्था पर जारी रिपोर्ट में कहा था कि वित्त वर्ष 2025 में देश की आर्थिक वृद्धि दर लगातार चौथे साल 7 फीसदी से ज्यादा रहेगी। रिपोर्ट में कहा गया है, ‘यह बड़ी उपलब्धि होगी, जो भारतीय अर्थव्यवस्था की मजबूती और क्षमता का प्रमाण है। यह आगे के लिए भी अच्छा संकेत है।’

आईएमएफ ने 2024 के लिए वै​श्विक वृद्धि के अनुमान को भी अक्टूबर की तुलना में 20 आधार अंक बढ़ाकर 3.1 फीसदी कर दिया है। मगर अब भी यह 2000 से 2019 के बीच रहे 3.8 फीसदी वै​श्विक वृद्धि के औसत से कम है।

आईएमएफ ने 2024 के लिए चीन का वृद्धि दर अनुमान 40 आधार अंक बढ़ाकर 4.6 फीसदी कर दिया है। आईएमएफ ने कहा कि 2023 में उम्मीद से बेहतर वृद्धि और क्षमता निर्माण पर सरकार द्वारा खर्च बढ़ाए जाने से वृद्धि दर अनुमान बढ़ाया गया है।

आईएमएफ के मुख्य अर्थशास्त्री पियरे-ओलिवियर गौरिनचार ने कहा कि ब्राजील, भारत और द​क्षिण पूर्व ए​शिया की प्रमुख अर्थव्यवस्थाएं सुदृढ़ दिख रही हैं। उन्होंने कहा कि वै​श्विक अर्थव्यवस्था में सुधार दिख रहा है, लेकिन उसकी रफ्तार अभी धीमी है और आगे कुछ चुनौतियां भी हैं। प​श्चिम ए​शिया में तनाव से आपूर्ति प्रभावित हो सकती है और लाल सागर में संकट से मालढुलाई काफी खर्चीली हो गई है।