नई दिल्ली। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव (Railway Minister Ashwini Vaishnaw) ने आज कहा कि देश में हर साल 800 करोड़ लोग रेलवे में सफर करते हैं। रोजाना 22 हजार से ज्यादा ट्रेने चलती हैं। देश में 7,300 रेलवे स्टेशन हैं और इस विभाग में 12 लाख से अधिक कर्मचारी हैं। इतने बड़े नेटवर्क में बदलाव करना आसान नहीं है।
लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने पिछले आठ साल में रेलवे में बदलाव के लिए अथक प्रयास किए हैं। 50 रेलवे स्टेशनों को नए सिरे से बनाया जा रहा है। यह काम आसान नहीं है। रेलवे स्टेशन बनाने में कई चीजों का ध्यान रखना पड़ता है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन: रेल मंत्री ने कहा कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन का डिजाइन कंप्लीट हो गया है। इसका टेंडर डॉक्यूमेंट बनकर निकल चुका है। इसके लिए जरूरी 38 परमिशन ली जा चुकी हैं। इसका टेंडर मार्च के सेकेंड वीक में अवॉर्ड होने वाला है। इसके दो डोम ट्रैक के ऊपर बनेंगे। इसके अंदर व्यापक रूफ प्लाजा बनेगा। इसमें चार मंजिला रूफ प्लाजा होगा और 50 एकड़ नया स्पेस बन रहा है। इससे बहुत बड़ा बदलाव आने वाला है। पूरा ट्रैफिक एलिवेटेड रोड़ पर होगा। इससे पूरी दिल्ली की तस्वीर बदल जाएगी।
अहमदाबाद रेलवे स्टेशन: वैष्णव ने कहा कि गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर ट्रैक के ऊपर एक बड़ी बिल्डिंग बनाई गई है। इसमें एक इंच भी नई जमीन नहीं ली गई है। इस रेलवे स्टेशन से भी हमें कई बातें सीखने को मिलीं। इसे नए सिरे से बनाने के लिए पूरी तरह मॉड्यूलर कंस्ट्रक्शन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जाएगा। प्लेटफॉर्म के ऊपर पिलर होगा। पिलर के ऊपर एक फ्लोर होगा। इस पर एलिवेटेड रोड़ होगा। इसके ऊपर एक और फ्लोर होगा। इसमें मोडेरा सन टेंपल की विरासत को दिखाया जाएगा। इसमें भी काफी बड़ा रूफ प्लाजा होगा।
सीएसएमटी-मुंबई: वैष्णव ने कहा कि मुंबई की छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस (CSMT) लंदन के किंग्स क्रॉस रेलवे स्टेशन से बेहतर होगा। ये दोनों समकालीन रेलवे स्टेशन हैं। हमने इसके डिजाइन के लिए सबसे बेहतर आर्किटेक्ट और स्ट्रक्चर इंजीनियर्स को लगाया। हम ऐसा स्टेशन बनाना चाहते हैं कि चार साल बाद लोग लंदन से यहां आकर इस स्टेशन को देखें। इसका डिजाइन शानदार बनाया गया है। इसका टेंडर भी मार्च के मध्य में आएगा। मुंबई में इसके लिए हर जरूरी परमिशन मिल चुके हैं। इसमें बड़ा स्पेस बनाया जाएगा। यह इतना शानदार होगा कि लोग यहां से बाहर नहीं निकलना चाहिए।
प्रयागराज रेलवे स्टेशन: रेल मंत्री ने कहा कि सबसे ज्यादा चुनौती प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर रही। कुंभ में यहां यात्रियों की संख्या रोजाना एक करोड़ तक पहुंच जाती है। जिन्होंने इस स्टेशन की प्लानिंग की, मैं उन्हें सलाम करता हूं। इसमें जिस तरह से पैसेंजर मूमेंट क्रिएट किया है, उस पर हार्वर्ड में शोध हो सकता है। इसका डिजाइन शानदार हैं। मुझे इस पर गर्व है। इसे डिजाइन करने सबसे कठिन था। इस पर काम चालू हो गया है।
रेल मंत्री ने कहा कि पीएम हमेशा कहते हैं कि जितने भी ट्रांसपोर्ट मोड हैं, उनका सीमलेस इंटिग्रेशन होना चाहिए। यात्रियों को परेशानी नहीं होनी चाहिए। प्रधानमंत्री 50 साल आगे की डिजाइन चाहते हैं। सबमें रूफ प्लाजा होना चाहिए। शहरों ने नई जगह निकालना मुश्किल है। रेलवे के साथ उनका भावनात्मक जुड़ाव है। स्टेशन में शहर के दोनों हिस्सों को जोड़ने का उपाय होना चाहिए। इसे सिटी सेंटर की तरह डिजाइन होना चाहिए। इस बार डिजाइन बनाने के लिए टाउन प्लानर्स की ज्यादा मदद ली गई है। इसमें बस, मेट्रो, ऑटो-कार सबको जोड़ा गया है। मल्टीमोडल कार पार्क है। सूरत का रेलवे स्टेशन इसका सबसे अच्छा उदाहरण है।