नई दिल्ली। संसद का बजट सत्र 31 जनवरी से शुरू हो सकता है। संसद का बजट सत्र छह अप्रैल तक चल सकता है। सत्र की शुरुआत लोकसभा और राज्यसभा के संयुक्त सत्र से होगी। इस दौरान राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू दोनों सदनों को संबोधित होगी। यह उनका संसद के दोनों सदनों को पहला संबोधन होगा।
जानकारी के मुताबिक, बजट सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में इकोनॉमिक सर्वे को पेश किया जाएगा। इसके बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में केंद्रीय बजट पेश करेंगी। बजट एक फरवरी को पेश किया जा सकता है। सत्र का पहला भाग 10 फरवरी तक जारी रह सकता है। इसके बाद बजट सत्र का दूसरा भाग छह मार्च को शुरू होगा और यह 6 अप्रैल तक चल सकता है।
बजट सत्र के पहले भाग में दोनों सदनों में राष्ट्रपति के संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा होगी। इसके बाद केंद्रीय बजट पर चर्चा की जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रपति के संबोधन पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब देंगे। वित्त मंत्री सीतारमण भी केंद्रीय बजट पर होने वाली बहस का जवाब देंगी।
बजट सत्र के दूसरे भाग के दौरान सरकार के विधायी एजेंडे के अलावा विभिन्न मंत्रालयों की अनुदान मांगों पर चर्चा पर प्रमुख ध्यान दिया जाता है। केंद्रीय बजट को एक धन विधेयक के तौर पर सत्र के इस भाग के दौरान पारित किया जाता है।
नए संसद भवन का काम सेंट्रल विस्टा डेवलपमेंट के हिस्से के रूप में किया जा रहा है। संसद के निर्माण में शामिल लोगों को भरोसा है कि बजट सत्र का दूसरा भाग नए संसद भवन में आयोजित किया जा सकता है। पिछले सत्र के दौरान लोकसभा में नौ बिल पेश किए गए और सात बिल संसद के निचले सदन द्वारा पारित किए गए। राज्यसभा ने नौ विधेयक पारित किए और सत्र के दौरान संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित विधेयकों की कुल संख्या नौ थी।