हर नागरिक के स्वास्थ्य का डाटा हुआ आजीवन सुरक्षित

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  • अभी केवल 22 फीसदी रोगियों का सही डायग्नोसिस होता था, लेकिन डिजिटलीकरण से हर नागरिक के पास हैल्थ कुंडली होने से इलाज करना आसान होगा। 
  • एमबीएस अस्पताल में मेडकॉर्ड्स हैल्थकेअर सुविधा का शुभारंभ।

अरविंद,  कोटा,। डॉक्टर्स को रोगी के पुराने पर्चे की जरूरत हर समय होती है, लेकिन रोगियों के पास पुराने पर्चे व जांच रिपोर्ट गुम हो जाने से सही डायग्नोसिस करने में परेशानी होती है।

शहर में मेडकॉर्ड्स हैल्थकेअर की निःशुल्क सुविधा मिलने से हर नागरिक के पास भविष्य में अपनी पीढ़ियों के स्वास्थ्य का डाटा भी उपलब्ध रहेगा।

रविवार को एमबीएस हॉस्पिटल में डिजिटलीकरण का शुभारंभ करते हुए मुख्य अतिथि विधायक प्रहलाद गुंजल ने कहा कि शहरवासियों में स्वास्थ्य को लेकर अवेयरनेस काफी बढ़ी है।

भीमगंजमंडी सरकारी डिस्पेंसरी में मेडकॉर्ड्स द्वारा रोगियों की डिजिटल हैल्थ प्रोफाइल बनाने की शुरूआत के बाद कोटा व झालावाड़ के मेडिकल कॉलेज को भी इससे जोड़ा गया।

एमबीएस अस्पताल में बड़ी संख्या में गरीब व अमीर रोगी आते हैं, इसलिए अस्पताल के इनडोर व आउटडोर में डॉक्टर्स सभी रोगियों के डाटा डिजिटल करने में सहयोग करें।

आज हैल्थ रिकॉर्ड डिजिटल होने से प्रभावित पक्ष डॉक्टर के सम्पर्क में आ गया। उनके इलाज के सभी डॉटा आजीवन सुरक्षित होने लगे।

इससे डॉक्टर्स को ट्रीटमेंट लाइन तय करने में मदद मिली। आज किसी गंभीर रोगी को दूसरे शहर में रैफर करने पर उसका हैल्थ रिकॉर्ड विशेषज्ञ के पास पहले पहुंच सकता है।

अगले 2 वर्ष में स्मार्ट दिखेगा कोटा
विशिष्ट अतिथि महापौर महेश विजय ने कहा कि शहर को स्वस्थ व स्वच्छ बनाने के लिए स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट में कई कार्य प्लानिंग व पाइपलाइन में चल रहे हैं।

इनके पूरे होने पर अगले 2 वर्ष में कोटा स्मार्ट सिटी के रूप में दिखेगा। 550 करोड़ की सीवरेज लाइनें तथा कोटा उत्तर में 60 करोड़ के पेयजल के प्रोजेक्ट प्रक्रिया में हैं।

शहर के दो युवाओं श्रेयांस मेहता व निखिल बाहेती ने आम नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने की अच्छी पहल की। कुछ युवतियां हर रविवार एमबीएस अस्पताल परिसर में आकर सफाई कार्य करेंगी। ऐसे युवाओं से शहर का नाम होगा।

यूआईटी चेयरमैन रामकुमार मेहता ने कहा कि ग्रामीण रोगी अक्सर डॉक्टर्स की पर्चियां खो देते हैं। अस्पताल में उनकी पर्चियों को स्केन कर एक लिंक के जरिए डॉक्टर्स को मुहैया कराई जाए तो इलाज जल्दी मिलेगा।

मेडकॉर्ड्स इस दिशा में बहुत उपयोगी है क्यांकि मरीज की हिस्ट्री मिल जाने से उसे अच्छा उपचार मिलेगा। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. गिरीश वर्मा ने कहा कि देश की डिजिटल क्रांति में यह सही कदम है।

इस मॉडर्न टेक्नोलॉजी से डॉक्टर्स व मरीजों दोंनो को सहूलियत होगी। अस्पताल अधीक्षक डॉ.पीके तिवारी ने कहा कि एमबीएस के रोगियों के रिकॉर्ड डिजिटल सुरक्षित होने से कई लाभ होंगे।

200 मेडिकल स्टोर्स पर भी मिलेगी सुविधा
मेडकॉर्ड्स के सीईओ श्रेयांस मेहता तथा निखिल बाहेती ने बताया कि स्मार्ट सिटी के 200 से अधिक मेडिकल स्टोर्स पर भी नागरिकों के लिए मेडकॉर्ड्स की निशुल्क पंजीयन सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

अभी 40 मेडिकल स्टोर्स पर यह सुविधा प्रारंभ की जा चुकी है। जिला केमिस्ट एसोसिएशन द्वारा अन्य फार्मेसी को भी इससे जोड़ा जाएगा।

इस पर रोगी का मेडिकल डाटा 100 प्रतिशत गोपनीय व सुरक्षित रहेगा। इस मौके पर विधायक गुंजल ने एमबीएस परिसर में मेडकार्ड्स केंद्र का उद्घाटन किया।