हम सौभाग्यशाली हैं कि हमारी आंखों के सामने राम मंदिर निर्माण हुआः बिरला

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माता शबरी की तपस्या को लोक सभा अध्यक्ष ने बताया प्रेरणादायी

कोटा। Mata Shabari Jaynti: संसदीय क्षेत्र के प्रवास पर आए लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला रविवार को माता शबरी की जयंती पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुए। इस दौरान उन्होंने माता शबरी की तपस्या को प्रेरणादायी बताते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होते देख सके।

बंधा धर्मपुरा में अखिल भारतीय भारतीय आदिवासी भील विकास समिति की ओर से आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्पीकर बिरला ने कहा कि भगवान राम के वनवास से पूरी अयोध्या दुखी थी। लेकिन भगवान राम को पता था कि जगत में अनेक वंचित, अभावग्रस्त, पीड़ित, शोषित, दीन-दुखी है जिनका उन्हें उद्धार करना है। इनमें माता शबरी भी थीं।

माता शबरी ने जीवन भर प्रभु राम का इंतजार किया। ऐसे ही देश की जनता को राम मंदिर के लिए भी पांच शताब्दी का इंतजार करना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संकल्प लिया था कि राम मंदिर का निर्माण होगा और उन्होंने इस संकल्प की सिद्धि की। राम मंदिर का निर्माण भारत में आध्यात्मिक पुनर्जागरण और सुशासन की एक नई शुरूआत है।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने कहा कि माता शबरी के विश्वास को प्रभु राम ने टूटने नहीं दिया। माता शबरी के झूठे बेर खाकर प्रभु राम ने छूआछूत और भेदभाव को समाप्त करने का संदेश दिया था। उस सयम माता शबरी ने जिस आनंद की अनुभूति की थी, वैसा आनंद देशवासियों को अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा पर हुआ।

कार्यक्रम में अखिल भारतीय आदिवासी भील समाज के प्रदेशाध्यक्ष चुन्नीलाल आजाद, सुल्तानपुर प्रधान कृष्णा शर्मा, शोभाराम, बाबूलाल, कालूलाल भील, रतन बाई भील, मांगीलाल लखारिया, रामकरण सहित बड़ी संख्या में प्रबुद्धजन उपस्थित रहे।