स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया ने फिक्स डिपॉजिट पर 0.10% ब्याज बढ़ाया

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नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया (SBI) ने डिपॉजिट पर ब्याज दर को बढ़ा दिया है। अब ग्राहक 0.10% ज्यादा इंटरेस्ट रेट का फायदा उठा सकेंगे। नई दर 15 दिसंबर से लागू हो गई है।

बैंक ने अपनी वेबसाइट पर यह जानकारी दी है। दरअसल भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने सभी बैंकों के लिए एक न्यूनतम दर को सेट करने का निर्देश दिया था। इसके तहत सभी बैंकों को उनके स्टैंडर्ड रेट का उपयोग करने को कहा गया था। रिजर्व बैंक के इस नए आदेश के तहत कोई भी बैंक उससे नीचे का रेट न तो कर्ज के लिए और न ही डिपॉजिट के लिए लागू कर सकता है।

SBI ने अपने कर्ज का बेस रेट 7.45% रखा है। यानी, इससे नीचे की ब्याज दर पर वह कर्ज नहीं दे सकता है। इस बैंक ने 2 करोड़ रुपए से ज्यादा के डिपॉजिट पर भी ब्याज दरें बढ़ा दी हैं। यह नई दरें नए और रिन्यूअल वाले डिपॉजिट पर लागू होंगी। नई दरों के मुताबिक, 7 से 45 दिन के डिपॉजिट पर 3% का ब्याज मिलेगा, जो पहले 2.90% हुआ करता था।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए यह 3.50% हो गया, जो पहले 3.40% था। 211 दिन से ज्यादा और एक साल से कम डिपॉजिट पर 3.10% का ब्याज मिलेगा। पहले यह 3% हुआ करता था। 2 साल से 10 साल के डिपॉजिट पर भी ग्राहकों को 3.10% का ही ब्याज मिलेगा। बैंकिंग इंडस्ट्री में SBI डिपॉजिट पर सबसे कम ब्याज देता है। 8 दिसंबर को अपनी पॉलिसी की मीटिंग में रिजर्व बैंक ने दरों में कोई बदलाव नहीं किया था। उससे पहले कई बैंकों ने अपने डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ा दी थीं।

बजाज फाइनेंस ने भी बढ़ाई दर
बजाज फाइनेंस के 2 साल के डिपॉजिट पर अब 6.4% ब्याज मिलेगा। पहले यह 6.1% हुआ करता था। 3 और 5 साल के जमा पर 6.8% का ब्याज मिलेगा। पहले ब्याज की दर 6.5% थी। HDFC लिमिटेड में 2 साल के डिपॉजिट पर 5.85% का ब्याज मिलेगा, जबकि 3 साल के डिपॉजिट पर 6.1 और 5 साल के डिपॉजिट पर 6.5% का ब्याज मिलेगा। इसमें 3 साल और पांच साल के जमा पर अभी तक 6.5% का ब्याज मिलता था। HDFC ग्रीन डिपॉजिट पर 3 साल में 6% और 5 साल में 6.4% ब्याज मिलेगा। यह सभी ब्याज दरें 1 दिसंबर से लागू की गई हैं। इनकी ब्याज दरें इस साल में पहली बार बढ़ाई गई हैं।

दरअसल दुनिया भर के केंद्रीय बैंक अब ब्याज दरों को ऊपर ले जाना चाहते हैं। इससे आने वाले समय में बैंकों और अन्य डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ेंगी। यही कारण है कि अब इस तरह की कंपनियां धीरे-धीरे इसमें इजाफा करने लगी हैं। अगले साल तक डिपॉजिट पर ब्याज दरें बढ़ने का मतलब यह होगा कि आपका लोन भी महंगा हो जाएगा।

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