सोना 51 हजार के पार, दिवाली तक 55 हजार तक बिकने की उम्मीद

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नई दिल्ली। गुरुवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोना 502 रुपये की लंबी छलांग के साथ 51,000 रूपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया। सोना 502 रुपये की तेजी दर्शाता 51,443 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर को पार कर गया जो इससे पूर्व के कारोबारी सत्र में सोना 50,941 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था। हालांकि, चांदी 69 रुपये की गिरावट के साथ 62,760 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई जो बुधवार को 62,829 रुपये प्रति किलो पर बंद हुई थी।

HDFC सिक्यॉरिटीज के वरिष्ठ विश्लेषक (जिंस) तपन पटेल ने कहा, ‘सोने की अंतरराष्ट्रीय कीमतों में तेजी के कारण दिल्ली में 24 कैरेट सोने की हाजिर कीमत 502 रुपये की तेजी के साथ 51,000 रुपये की नयी ऊंचाई को छू गई।’ अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना लाभ दर्शाता 1,875 डॉलर प्रति औंस पर रहा। जबकि चांदी का भाव 22.76 डॉलर प्रति औंस पर अपरिवर्तित रहा।

उन्होंने कहा, ‘अमेरिका और चीन के बीच तनाव तथा अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में वृद्धि होने से निवेशकों ने सुरक्षित निवेश के विकल्प सर्राफा में लिवाली बढ़ाई है।’ बाजार में यह उम्मीद की जा रही है की 3 अगस्त से रक्षाबंधन से शुरू हो रहे त्योहारी सीजन में सोने-चांदी की बिक्री अच्छी होगी ।

दिवाली में सोना 55 हजार तक पहुंच सकता है
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री श्री प्रवीन खंडेलवाल और आल इंडिया जूलर्स ऐंड गोल्डस्मिथ फेडरेशन के राष्ट्रीय संयोजक श्री पंकज अरोरा ने कहा की इस तेजी को देखते हुए उम्मीद है की दिवाली पर सोने का भाव 55 हजार प्रति 10 ग्राम पहुंचने की आशा है।

चार महीने में सोना-चांदी 45 फीसदी तक महंगी
अरोरा ने बताया की 22 मार्च के लॉकडाउन के पहले दोनो कीमती वस्तुओं के भाव लगभग सोना ₹41000/-प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹40000/- किलोग्राम थे और आज लॉकडाउन के 4 महीने बाद सोने में 28-30% और चांदी में 40-45% की बढ़ोतरी आई है।

दिवाली तक चांदी 75 हजार पहुंच सकती है
उन्होंने यह भी बताया की दिवाली तक चांदी का भाव 72 हजार से लेकर 75 हजार प्रति किलोग्राम तक पहुंचने की आशा है। अरोरा ने यह भी कहा की सोना सदा से ही ग्राहकों के लिए निवेश का सबसे बेहतर और सुरक्षित पसंद रहा हैं क्योंकि आम तौर पर सोने के दामों में सदा वृद्धि बनी रहती है तथा वहीं दूसरी ओर व्यापारियों के लिए भी निवेश की दृष्टि से यह सबसे सुरक्षित जरिया है और देश में अनेक व्यापारी सोने में निवेश करते आये हैं।

अभी भी 300 टन पुराना सोना पड़ा है
खंडेलवाल और अरोरा ने यह भी कहा की देश का सोने के व्यापार में 15 जनवरी, 2021 से प्रत्येक सोने की वस्तु पर हालमार्क अनिवार्य कर दिया है । पुराने स्टॉक को खत्म करने के लिए सरकार ने एक वर्ष का समय दिया था लेकिन इस वर्ष कोविड के कारण व्यापारिक गतिविधियां पूरे देश में लगभग ठप्प रही हैं और सोने का व्यापार करने वाले व्यापारियों के पास से पुराना स्टॉक खत्म ही नहीं हो पाया। देश भर में लगभग 3 लाख जूलर्स हैं और यदि प्रत्येक जेवेलर के पास लगभग 1 किलो पुराने सोने का स्टॉक भी गिना जाए तो वर्तमान में देश भर में लगभग 300 टन पुराना सोना पड़ा है और जब तक सोने का यह स्टॉक खत्म नहीं हो जाता तब तक हॉलमार्क का अनिवार्य होना मुश्किल है।