सरकार बेचेगी 9 सार्वजनिक उपक्रमों की संपत्तियां

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नई दिल्ली। सरकार ने रणनीतिक बिक्री के लिए चुनिंदा सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों यानी सेन्ट्रल पब्लिक सेक्टर इंटरप्राइजेज (CPSEs) की कुछ संपत्तियों की पहचान की है। इनमें जमीन और अन्य संपत्तियां शामिल हैं।

इन CPSE की संपत्तियों की बिक्री सरकार सार्वजनिक क्षेत्र की चुनिंदा कंपनियों के रणनीतिक विनिवेश से पहले करेगी। कुल 24 CPSE को रणनीतिक बिक्री के लिये सैद्धांतिक मजूंरी मिली है। सरकार ने इनमें से 9 कंपनियों की कुछ परिसंपत्तियों की पहचान की है, जिन्हें अलग-अलग किया जाएगा और फिर अलग-अलग इनका निपटान किया जाएगा।

सरकार ने संपत्तियों को बेचने के लिए जिन 9 कंपनियों की पहचान की है, उनमें पवन हंस, स्कूटर्स इंडिया, एयर इंडिया, भारत पंप्स ऐंड कम्प्रेसर्स लिमिटेड, प्रॉजेक्ट ऐंड डिवेलपमेंट इंडिया लिमिटेड (पीडीआईएल), हिंदुस्तान फ्रीफैब, हिंदुस्तान न्यूजप्रिंट लिमिटेड, ब्रिज ऐंड रूफ कंपनी और हिंदुस्तान फ्लोरोकार्बन्स शामिल हैं। पहचान की अधिकांश संपत्तियों में जमीन और आवासीय फ्लैट शामिल हैं।

एयर इंडिया के मामले में, घाटे में चल रही एयरलाइन की 4 अनुषंगियों की बिक्री की जाएगी। इनमें एयरलाइन एलाइड सर्विसेज लिमिटेड (एएएसएल) और होटल कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (एचसीआई) शामिल हैं।

राष्ट्रीय राजधानी में एयर इंडिया के मुख्यालय और देश के विभिन्न हिस्सों में उसके भूखंडों और इमारतों को भी निपटान के लिए अलग किया जाएगा। इसके अलावा कंपनी के पास मौजूद कलाकृतियों को भी बिक्री के लिए रखा जाएगा।

सरकार ने चालू वित्त वर्ष के लिए रणनीतिक बिक्री एवं सार्वजनिक कंपनियों में अल्पांश हिस्सेदारी की बिक्री से 80,000 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है। अब तक सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों में हिस्सेदारी का विनिवेश करके 9,220 करोड़ रुपये जुटाए हैं। पिछले साल सरकार ने विनिवेश के जरिए 1.03 लाख करोड़ रुपये से अधिक की पूंजी जुटाई थी।