सफलता पाने के लिए कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना होगा: मीता अग्रवाल

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कोटा। साॅफ्ट स्किल ट्रेनर मीता अग्रवाल ने इस अवसर पर विद्यार्थियों को ’टेक ऑफ़ एण्ड मेक पाॅजिटिव डिफरेंस’ विषय पर संबोधित करते हुए कहा कि सफलता के लिए साॅफ्ट स्किल्स की आवश्यकता है । उन्होंने कहा अपनी पर्सनलिटी में चेंज लाकर ही सफलता पाई जा सकती है। इसके लिए कम्फर्ट जोन से बाहर निकलना होगा।

वह बुधवार को ओम कोठारी ग्रुप ऑफ़ इंस्टीट्यूटस में आईएसटीडी कोटा चैप्टर के गोल्डन जुबली ईयर सेलिब्रेशन कार्यक्रम के तहत आयोजित कार्यशाला को संबोधित कर रही थीं। उन्होने विद्यार्थियों को आगे बढकर इनीशिएट करने के लिए कहा।

उन्होने सफलता में कम्यूनिकेशन स्किल्स की महत्ता को बताते हुए कम्यूनिकेशन बढाने की सलाह दी। अतः सभी को समस्याओं से डरने की बजाय सतत रूप से आगे बढना चाहिए। उन्होने विभिन्न एक्टिविटीज के माध्यम से विद्यार्थियों को आवश्यक साॅफ्ट स्किल्स के गुर सिखाए।

आईएसटीडी कोटा चैप्टर की चेयरपरसन अनीता चौहान ने बताया कि स्वर्ण जयंती वर्ष में चैप्टर द्वारा विभिन्न संस्थानों में निशुल्क प्रशिक्षण विकास कार्यक्रमों के माध्यम से नवागंतुक विद्यार्थियों को रेगुलर पाठयक्रम के साथ व्यक्तित्व विकास के स्वर्णिम अवसर प्रदान किये जा रहे हैं |

के.एम टण्डन ने विद्यार्थियों को विद्यर्थियों से जीवन में लीडर बनने का आह्वान किया। उन्होने विद्यार्थियों को कहा कि आज लीडरशिप के मायने बदल चुके हैं। अच्छा लीडर वोनहीं है जो सिर्फ दूसरों के काम करवा दे, बल्कि अच्छा लीडर वो है, जो उनमें छुपी प्रतिभा को बाहर लाकर उनसे 100 प्रतिशत आउट पुट पर काम करवा सके।

कार्यक्रम के दौरान एचआर एक्सपर्ट अशोक कुमार सक्सेना ने ऑर्गेनाइजेशनल एम्सपेम्टेन्सी फ्राॅम एम्प्लाॅइज’’ विषय पर विद्यार्थियो को सम्बोधित करते हुए बताया कि ऑर्गेनाइजेशन अपने एम्प्लाॅई से क्या चाहती है। इन गुणों का विकास करने पर इंडस्ट्री में प्रवेश का पथ सुगम हो सकता है।