सपनों की उड़ान भरने के लिए हौंसलों का मजबूत होना जरूरीः बृजेश माहेश्वरी

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मोटिवेशनल व कॅरियर गाइडेंस सेशन में शामिल हुए 4 हजार स्टूडेंट्स

कोटा। एलन कॅरियर इंस्टीट्यूट प्राइवेट लिमिटेड द्वारा विद्यार्थियों में उत्साह और सकारात्मकता के संचार के लिए ‘‘हौसलों के पंखों से सपनों की उड़ान‘‘ सेशन का आयोजन किया जा रहा है। शनिवार को लैंडमार्क सिटी में सम्यक कैम्पस के सद्गुण सभागार में सेशन हुआ।

इस दौरान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर प्रवीण जैन, शहर पुलिस उपाधीक्षक हर्षराज खरेड़ा भी मौजूद रहे। सेशन इंस्टीट्यूट के चेयरमैन डॉ.बृजेश माहेश्वरी ने लिया। इस मोटिवेशनल व कॅरियर गाइडेंस सेशन में चार हजार से ज्यादा विद्यार्थी मौजूद रहे। करीब दो घंटें तक चले इस सेशन में विभिन्न प्रेरणादायी संस्मरणों के माध्यम से स्टूडेंट्स को मोटिवेट किया।

डॉ. माहेश्वरी ने स्टूडेंट्स से कहा कि आप अपने आप में यूनीक हैं। कभी भी दूसरों को देखकर परीक्षा की तैयारी नहीं करें। खुद से खुद का मुकाबला करिए और ऐसा करने वाले ही मुकद्दर के सिकंदर कहलाते हैं। हमेशा अपना बेस्ट देने की कोशिश करिए। आत्मविश्वास व हौंसलों का मजबूत होना बहुत जरूरी है, तभी आप सपनों की उड़ान भर सकेंगे, क्योंकि हारा वही जो ढ़ंग से लड़ा नहीं। इस दौरान प्रवीण जैन ने विद्यार्थियों को संघर्ष करते हुए सफल होने का पाठ पढ़ाया। उन्होंने कहा कि अवसरों को समझें, उसके अनुसार तैयारी करें और सफलता प्राप्त करें।

प्रश्नों से लड़ने की आदत डालिए: बीएम सर ने सेशन के दौरान कहा कि बैसाखियों के सहारे चलने वाले को कभी मंजिल नहीं मिलती है। जीतता वही है जो फाइटर होता है। इसलिए प्रश्नों से लड़ने की आदत डालो। दुनिया में तीन तरह के लोग होते हैं। पहले जो जानते हैं कि बाधाएं मुश्किलें आएंगी इसलिए डर के मारे कार्य ही शुरु नहीं करते हैं। दूसरे जो कार्य शुरु कर देते हैं लेकिन रास्ते में बाधाएं आते ही घबराकर उस काम को छोड़ देते हैं। तीसरे लोग वो होते हें जो जानते हैं कि रास्ते में बाधाएं व मुश्किलें आएंगी और वे मजबूत हौंसले के साथ उनसे लड़ते हुए अपनी मनचाही मंजिल पर जाकर ही दम लेते हैं और ऐसे लोगों को ही दुनिया सलाम करती है। उन्होनें विद्यार्थियों को संदेश दिया कि हमेशा सच का साथ दीजिए, वक्त आपके साथ चलेगा।

परीक्षा सबंधी गाइडेंस दी: बीएम सर ने स्टूडेंट्स को बताया कि परीक्षा के दौरान उन्हें कैसे टाइम का सही उपयोग और किस तरह एक्यूरेसी से प्रश्नों को सॉल्व करना है। उन्होनें बताया कि किन छोटी-छोटी गलतियों की वजह से स्टूडेंट्स सब कुछ आने के बावजूद भी एग्जाम में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पाते हैं। इस दौरान विद्यार्थियों ने पढ़ाई के दौरान आने वाली भावनात्मक, मानसिक एवं अकादमिक समस्याओं के बारे में खुलकर चर्चा की। बीएम सर ने विद्यार्थियों की समस्याओं को सुना और उनका समाधान उन्हें बताया।