विधान सभा में सरकार के विश्वास प्रस्ताव पर धारीवाल ने विरोधियों को कोसा

571

जयपुर। राजस्थान विधानसभा में आज गहलोत सरकार ने सदन में बहुमत साबित करने के लिए विश्वास प्रस्ताव पेश किया। सरकार की ओर से संसदीय कार्य मंत्री शान्ति कुमार धारीवाल ने प्रस्ताव सदन की पटल पर रखते हुए स्पीकर से इसकी अनुमति मांगी। स्पीकर डॉ सीपी जोशी से मिली अनुमति के बाद विशवास प्रस्ताव पर बोलते हुए धारीवाल ने विरोधी खेमे की जमकर खिंचाई की।

धारीवाल ने भाजपा पर चुनी हुई सरकार गिराने की साजिश रचने समेत कई तरह के शब्द बाण छोड़ते हुए भाजपा खेमे पर निशाना साधा। विशवास प्रस्ताव पर सत्तापक्ष और विपक्ष की ओर से चार-चार विधायकों को बोलने की अनुमति दी गई है। इसमें सदन के नेता और मुख्यमंत्री के नाते मुख्यमंत्री अशोक गहलोत आखिर में बोलेंगे, जिसके बाद संभावित मत विभाजन के बाद प्रस्ताव पर कोई औपचारिक नतीजा आएगा।

दोपहर एक बजे दोबारा शुरू हुई सदन की कार्यवाही के दौरान विशवास प्रस्ताव पर बोलते हुए धारीवाल ने कहा कि आज का दिन प्रदेश के लिए नहीं बल्कि देश के लिए ऐतिहासिक क्षण है। खासतौर से हमारे लिए और राजनीतिक दलों के लिए परीक्षा का समय है।

एक तरफ गांधीवादी चेहरा सभी के सामने है और दूसरी तरफ अहंकार ही अहंकार है। उन्होंने कहा कि गहलोत सरकार ने किसानों का क़र्ज़ माफ़ किया, कोरोना को नियंत्रित करने के लिए बेहतर प्रबंधन किया। पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने वादा किया कि कोई भूखा नहीं सोयेगा, और ये वादा आज भी निरंतर पूरा किया जा रहा है।

धारीवाल ने कहा कि धारीवाल ने कहा कि हमारे यहाँ एक भी ऐसा विभाग नहीं, जिसमें काम नहीं हुआ हो। 55 लाख लोगों को सरकार ने रोज़गार दिया है। जबकि ओबीसी के लिए 8 लाकह की शर्त राखी, लेकिन केंद्र सरकार ने बदलाव नहीं किया।

धारीवाल ने विरोधी खेमे पर निशाना सदहते हुए कहा कि केंद्र के इशारे पर धन और सत्ता के बल पर एमपी, मणिपुर और गोवा में सरकार को गिराया गया। धारीवाल ने कहा कि भाजपा खरीद फरोख्त का धंधा करती हैं। अम्बानी और अडानी का खेल भी इसमें शामिल है। उदयपुर में अम्बानी को करोड़ों की जमीन दी गई है। राजस्थान में सरकार गिराने के लिए 500 करोड़ का खेल किया गया।

धारीवाल के संबोधन के दौरान विपक्ष की ओर से शोरगुल करने की कोशिशें भी हुई लेकिन इस बीच स्पीकर सीपी जोशी ने कड़े तेवर दिखाते हुए टोका-टोकी करने वाले विधायकों को चेताया। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि गतिरोध उत्पन्न किया गया तो डिबेट को वे ख़त्म कर देंगे।