राजस्थान में निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना में छात्रों को मिले बिना सिले कपड़े

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स्कूली बच्चों को सप्ताह में दो बार दूध वितरण किया जाएगा

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (cm ashok gehlot) ने मंगलवार को निशुल्क यूनिफॉर्म वितरण योजना का शुभारम्भ किया। सरकारी स्कूलों में कक्षा 1 से 8 तक पढ़ने वाले सभी छात्र छात्राओं को निशुल्क यूनिफॉर्म (Govt School Dress Rajasthan 2022) दी जाएगी।

यूनिफॉर्म का वितरण प्रारम्भ कर दिया गया है। इसके तहत छात्र छात्राओं को दो स्कूल ड्रेस के लिए कपड़ों के सेट निशुल्क दिए जा रहे हैं। साथ में ड्रेस की सिलाई करने के लिए दो सौ रुपए भी दिए जा रहे हैं। प्रदेश में कुल 68 लाख विद्यार्थी ऐसे हैं जो इस योजना से लाभान्वित होंगे।

निशुल्क स्कूल यूनिफॉर्म वितरण कार्यक्रम के दौरान अशोक गहलोत ने कहा कि वे जानते हैं कि 200 रुपए के दो स्कूल ड्रेस की सिलाई नहीं हो सकती। लेकिन कुछ खर्चा पेरेन्ट्स भी अपने बच्चों के लिए करें। गहलोत ने शिक्षकों से भी कहा कि वे स्थानीय टेलर से बात करके स्कूली बच्चों के लिए सस्ती दर पर सिलाई कराने की गुजारिश करें।

टीचर्स और पेरेन्ट्स मिलकर इस कार्य को करेंगे तो सब समस्याओं का हल निकल जाएगा। गहलोत ने कहा कि इस बार यूनिफॉर्म का कपड़ा दिया जा रहा है, हो सकता है कि अगली बार हम सिली सिलाई यूनिफॉर्म दें।

सरकारी स्कूलों में यूनिफॉर्म की योजना दो साल से अधरझूल में लटक रही थी। यूनिफॉर्म सिलाई के लिए बजट जारी नहीं होने से स्कूलों तक ना तो कपड़ा पहुंचा और ना ही सिलाई का बजट। कपड़े की खरीद के लिए तो टेंडर हो गए लेकिन सिलाई के टेंडर नहीं हो सके। चूंकि एक विद्यार्थी के लिए 600 रुपए में सिली सिलाई यूनिफॉर्म देनी प्रस्तावित थी।

कई कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा था कि 600 रुपए तो कपड़े के लग जाएंगे तो सिलाई कहां से करवाएंगे। स्कूल स्तर पर 100 रुपए में यूनिफॉर्म सिलाई के प्रयास हुए लेकिन सिलाई के लिए कोई तैयार नहीं हुए। इसके बाद विद्यार्थियों को यूनिफॉर्म का कपड़ा और 200 रुपए देना तय हुआ।

छात्रों के लिए हल्के नीले रंग का शर्ट और गहरी भूरे रंग की नेकर या पेंट होगी। छात्राओं के लिए हल्की नीले कलर की शर्ट या कुर्ता और गहरे भूरे रंग का सलवार या स्कर्ट होगा। कक्षा 5वीं तक की छात्राओं के लिए चुन्नी अनिवार्य नहीं होगी। कक्षा 6 से 8वीं तक की छात्राओं के लिए गहरे भूरे रंग की चुन्नी या दुप्पटा पहनना होगा। पांचवीं कक्षा तक के छात्रों के लिए शर्ट और नेकर जबकि कक्षा 6 से 8वीं तक के छात्रों के लिए शर्ट और पेंट स्कूल युनिफॉर्म में होंगी।

निशुल्क स्कूल यूनिफॉर्म वितरण के साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बाल गोपाल योजना का भी शुभारम्भ किया। इस योजना के अंतर्गत स्कूली बच्चों को सप्ताह में दो बार (मंगलवार और शुक्रवार) दूध वितरण किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्तमान में बाल गोपाल योजना ट्रायल के तौर पर शुरू की गई है।

आगामी छह महीने तक इसे ट्रायल बैस पर चलाया जाएगा। अगले सत्र से दो दिन से बढाकर 3, 4, 5 और 6 दिन तक दूध वितरण किए जाने के बारे में सोच रहे हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राजस्थान सरकार की कई फ्लैगशिप योजना का जिक्र किया।

उन्होंने कहा कि फ्लैगशिप योजनाओं के प्रचार प्रसार में शिक्षा विभाग महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। शिक्षकों को आगे आकर सरकारी योजनाओं की जानकारी जन जन तक पहुंचाने में मदद करनी चाहिए।