राज. के मंत्री तोड़ रहे कोरोना प्रोटोकॉल, शादी में बिना मास्क परिवहन मंत्री

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जयपुर। बीते सप्ताह एक शादी-समारोह में मुख्य सचेतक महेश जोशी, परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और जयपुर शहर कांग्रेस के महामंत्री और पार्षद मनोज मुद्गल की मौजूदगी की खूब चर्चा हुई। कारण था इन जिम्मेदार लोगों का मास्क नहीं लगाना। स्टेज पर दूल्हे के साथ मुख्य सचेतक महेश जोशी खड़े थे। दोनों में से किसी ने मास्क नहीं लगाया था।

इसी समारोह में वर-वधू के साथ बिना मास्क के परिवहन मंत्री और जयपुर शहर कांग्रेस के महामंत्री भी खड़े दिखे थे। कोरोना गाइडलाइन का खुलेआम उल्लंघन हुआ तो शहर ही नहीं पूरे प्रदेश में इसकी चर्चाएं शुरू हो गईं। किरकिरी होते देख मुख्य सचेतक ने अपनी गलती मान ली। उन्होंने नगर निगम हैरिटेज की टीम से खुद का 500 रुपये का चालान कटवाया है, पर परिवहन मंत्री, जयपुर शहर कांग्रेस के महामंत्री और पार्षद खामोश हैं।

गाइडलाइन की अनदेखी
दरअसल ये शादी पार्षद मुद्गल के पुत्र की थी। इसमें मुख्य सचेतक और परिवहन मंत्री दोनों शामिल हुए, लेकिन दोनों ने आशीर्वाद देते समय हुए फोटो सेशन के दौरान मास्क नहीं पहन रखा था। इस मामले में जब मीडिया में समाचार प्रकाशित हुए, उसके बाद मुख्य सचेतक जोशी ने आज एक पत्र जारी करते हुए खुद की गलती को स्वीकार किया। उन्होंने अपने पत्र में बताया कि शादी समारोह में जिस वक्त ये फोटो सेशन हुआ तब दूल्हे और उनके परिजनों ने मास्क हटाने का आग्रह किया, जो कोरोना की जारी गाइडलाइन के खिलाफ था। इसका जनता में गलत संदेश गया। उन्होंने मीडिया में सार्वजनिक किए अपने पत्र में लिखा कि वह आगे से जनता को विश्वास दिलाते हैं कि भविष्य में ऐसी गलती दोबारा न हो इसके लिए वह विशेष ध्यान रखेंगे।

जिम्मेदार बचे हैं कार्रवाई से
शादी समारोह में शामिल हुए परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास इस मामले में अब भी खामोश हैं। खाचरियावास खुद भी इस शादी में वर-वधू को आशीर्वाद देने स्टेज पर पहुंचे, जहां उन्होंने न तो मुंह पर मास्क लगाया था और न सोशल डिस्टेंसिंग का ही पालन हुआ था। यही नहीं, समारोह के आयोजक और पार्षद मनोज मुद्गल ने खुद भी मास्क नहीं पहन रखा था। इन दोनों पर नगर निगम की ओर से अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। न ही इन जनप्रतिनिधियों ने गलती मानी है।