फैशन शो में दिखी राजस्थानी वेशभूषा के साथ-साथ इन्डो वेस्टर्न की झलक

101

-कृष्ण बलदेव हाडा-
कोटा।
Fashion Show in Kota Mahotsav: कोटा महोत्सव के तहत दूसरे दिन शनिवार को सेवन वंडर्स पार्क में कोटा डोरिया फैशन शो में राजस्थानी वेशभूषा के साथ-साथ इन्डो वेस्टर्न की झलक दिखी। बच्चे रैंप पर फैशन केटवॉक करते हुए नजर आए।

आई निफ्ड इंस्टीट्यूट ऑफ इंटीरियर एण्ड फैशन डिजाइन के सहयोग से कोटा डोरिया फैशन शो में राजस्थानी संस्कृति की थीम पर मॉडल्स ने म्यूजिक की धुन पर पारंपरिक परिधानों को आधुनिक तरीके से पेश किया गया।

निदेशक अनुराग नन्दवाना एवं मोनिका नन्दवाना ने बताया कि ‘केसरिया बालम, लालपिली अखियां, तोसे नैना लागे’’ गीतों की धुन पर मॉडल्स ने केटवॉक किया। कार्यक्रम की शुरूआत ब्राइडल राउण्ड से हुई। इसमें राजस्थानी लहँगा-चुन्नी एवं कोटा डोरिया साड़ी को ड्रेस के माध्यम से अनूठे अंदाज में प्रस्तुत किया।

दूसरे राउण्ड में नन्हें बच्चों ने छोटे कदम आत्मविश्वास के साथ रखे। बच्चों ने कोटा डोरिया से बने पारंपरिक एवं पार्टी वियर ड्रेस प्रस्तुत की। तीसरा राउण्ड इन्डो वेस्टर्न था जिसमें खादी के कपड़े से तैयार की गई ड्रेसेज को हैण्ड पेंटींग कर राजस्थानी परिवेश में डिजाईन किया।

चौथे राउन्ड में मेल मॉडल्स ने ट्रेडिशनल कुर्ते पहन कर रैंप वॉक किया। पाँचवें राउन्ड में आई निफ्ड के डिजाईनर्स ने कोटा की स्पेशप्लिटी को दिखाते हुए कोटा ट्यूरिज्म, कोटा कोचिंग, कोटा कचौरी, कोटा पावर, कोटा स्टोन एवं कोटा डोरिया को आकर्षण का केन्द्र बताते हुए निराले अंदाज में वस्त्रों के माध्यम से प्रस्तुत किया। सेन्टर हेड ने बताया कि इस शो के माध्यम से कोटा डोरिया एवं खादी को इन्डो वेस्टर्न लुक में प्रोत्साहित किया गया।