फारूक अब्दुल्ला आतंकियों के दोस्त, द कश्मीर फाइल्स पर चुप ही रहें तो ठीक है: विवेक

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मुंबई। द कश्मीर फाइल्स पर जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के बयान पर अब विवेक अग्निहोत्री का कहना है कि वह तो इस मामले पर चुप ही रहें तो ठीक है। उन्होंने कहा कि फारूक अब्दुल्ला की दोस्ती आतंकियों से रही है। विवेक ने बताया कि खबरें आती थीं कि जब कश्मीर में लोग मारे जा रहे थे तो अब्दुल्ला बाइक पर बॉलीवुड हीरोइनों को घुमाते थे। बता दें कि इससे पहले पल्लवी जोशी भी सवाल उठा चुकी हैं कि क्या 700 लोग एक साथ झूठ बोलेंगे। फारूक अब्दुल्ला ने द कश्मीर फाइल्स की रिलीज के बाद कहा था कि नरसंहार उनके शासनकाल में नहीं हुआ था। वह जिम्मेदार पाए जाते हैं तो फांसी पर लटकने के लिए तैयार हैं।

विवेक अग्निहोत्री से जब फारूक अब्दुल्ला के स्टेटमेंट पर प्रतिक्रिया मांगी गई तो उन्होंने दिल खोलकर भड़ास निकाली। बातचीत में बोले, सच्चाई पर बात करने निकलेंगे अब्दुल्ला साहब तो बात दूर तक जाएगी। उनकी भलाई इसी में है कि इस पर चर्चा न करें । विवेक अपना ट्वीट दिखाते हैं जिसमें भारत माता की जय बोलने वाले एक शख्स की जुबान काट दी गई थी। विवेक बताते हैं कि यह 1989 की बात है, उस वक्त फारूक अब्दुल्ला की सरकार थी। उनकी तो फोटोज सबने देखी हैं कि मिलिटेंट्स के साथ हैं। यासीन मलिक के साथ हैं। दुनिया के आतंकियों के साथ उनकी दोस्ती रही है।

विवेक बोलते हैं, जब ये सब शुरू हुआ तो वह छोड़कर लंदन भाग गए थे। उनको डिस्को सीएम बोला जाता था क्योंकि जब लोग मरते थे, कटते थे तो वह डिस्को में डांस करते थे। फिर न्यूज आती थी कि जब लोग मारे जाते हैं तो ये बॉलीवुड की हीरोइनों को अपनी मोटर साइकल पर घुमाते हैं। उनके हेड क्वॉर्टर्स पर टेररिस्ट लोगों को पनाह मिलती थी। अरबों रुपये के तो महल हैं उनके। आप एक काम कीजिए, मुझसे न पूछिए, कश्मीर में उतरकर जो पहला ड्र्राइवर मिले उससे पूछिए कि कश्मीर की ये हालत क्यों है। उससे पूछिए कि कश्मीर में इतनी गरीबी क्यों है। इसके बाद वह अब्दुलाज की जो कुंडली खोलेगा।

इससे पहले पल्लवी जोशी ने कहा था कि राजनीति उनका क्षेत्र नहीं तो पता नहीं कि नेताओं को कैसे जवाब दें। पल्लवी ने बताया था कि उन्होंने फिल्म बनाने के लिए 4 साल रिसर्च की है। पीड़ितों, पुलिस और अधिकारियों के बयान के वीडियोज हैं। 700 लोग भला एक साथ झूठ तो नहीं बोल सकते हैं।