प्याज के दाम बढ़ने पर सरकार बोली, 30-40 फीसदी पैदावार कम

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नई दिल्ली। प्याज के बढ़ते दाम पर केंद्रीय खाद्य एवं उपभोक्ता मामले के मंत्री राम विलास पासवान ने कहा है कि घरेलू स्तर पर प्याज के उत्पादन में 30-40 फीसदी की कमी है। यही वजह है कि प्याज के दाम बढ़ रहे हैं। प्याज के दाम में गिरावट के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि वह कोई ज्योतिषी नहीं है जो यह बता सके। लेकिन नवंबर आखिर या दिसंबर तक प्याज के दाम कम हो सकते हैं।

वहीं उपभोक्ता मामले मंत्रालय के सचिव अविनाश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 2019 के खरीफ सीजन में प्याज के उत्पादन गिरावट के साथ 20 लाख टन रहने का अनुमान है जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह उत्पादन 30 लाख टन का था। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र सरकार की तरफ से अभी प्याज के उत्पादन का आंकड़ा नहीं दिया गया है, लेकिन बाढ़ की वजह से प्याज के उत्पादन में गिरावट की आशंका है।

फिलहाल मांग के मुकाबले आपूर्ति कम
दिल्ली के साथ प्याज खाने वाले देश के सभी भागों में प्याज के दाम में तेजी चल रही है। पासवान ने बताया कि मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ उन्होंने प्याज के दाम की समीक्षा की है। प्याज के उत्पाद एवं आपूर्ति के बारे में भी विस्तृत चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि प्याज के उत्पादन में 30-40 फीसदी की कमी के कारण प्याज के दाम में तेजी दर्ज की गई है।

उन्होंने कहा कि किसी वस्तु की कीमत उसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है और फिलहाल मांग के मुकाबले आपूर्ति कम है। उन्होंने बताया कि मॉनसून में देरी से खरीफ सीजन के लिए प्याज की बुवाई बाद में की गई। वहीं कई राज्यों में बाढ़ की वजह से फसल खराब हो गई।

सरकार प्राइवेट ट्रेड के माध्यम से विभिन्न देशों से प्याज आयात कराने का प्रयास कर रही है
पासवान ने बताया कि सरकार प्राइवेट ट्रेड के माध्यम से विभिन्न देशों से प्याज आयात कराने का प्रयास कर रही है। इनमें अफगानिस्तान, मिस्त्र, टर्की और इरान जैसे देश शामिल हैं। दूसरी तरफ देश की सबसे बड़ी मंडी आजादपुर मंडी में प्याज के थोक व्यापारी राजेंद्र शर्मा ने बताया कि प्याज के दाम में गिरावट हो रही है।

सोमवार को मंडी में प्याज के थोक भाव 4000-8000 रुपए प्रति क्विंटल थे जो बुधवार को घटकर 2500-5000 रुपए प्रति क्विंटल रह गए। उन्होंने बताया कि आगामी 15 दिनों में प्याज के भाव थोक मंडी में 1000-2000 रुपए प्रति क्विंटल के स्तर पर आ सकते हैं। ऐसे में खुदरा बाजार में प्याज की अधिकतम कीमत 40 रुपए प्रति किलोग्राम तक रह जाएगी। अभी दिल्ली व आसपास के शहरों में प्याज के दाम 80 रुपए प्रति किलोग्राम चल रहे है।