पुष्कर मेले में विदेशी सैलानियों पर चढ़ा राजस्थानी रंग

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पुष्कर। अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेले में विदेशी सैलानियों पर राजस्थानी रंग चढ़ा नजर आया। विदेशी सैलानियों ने राजस्थानी वेशभूषा में ऊंटों की सवारी की और राजस्थानी गीतों पर नृत्य किया। मेले का सोमवार को रंगारंग आगाज हो चुका है। मंगलवार को भी बड़ी संख्या में सैलानी मेले में पहुंचे।

मेले में सांस्कृतिक कार्यक्रम व विभिन्न प्रतियोगिताएं शुरू हो गई हैं। धार्मिक मेला कार्तिक एकादशी स्नान के साथ 8 नवंबर से शुरू होगा। मेले का समापन 12 नवंबर को कार्तिक पूर्णिमा के दिन पुष्कर सरोवर में होने वाले महास्नान एवं मेला स्टेडियम में आयोजित होने वाले पुरस्कार वितरण समारोह के साथ होगा।

13.47 लाख का काराेबार
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ष्कर पशु मेले में जानवरों की आवक दिनों दिन बढ़ती जा रही है। वहीं पशुओं की खरीद-फरोख्त शुरू हो गई है। अब तक मेले में आए पशुओं में से केवल 69 पशुओं की खरीद-फरोख्त हुई है, जिससे पशुपालकों के बीच 13 लाख 47 हजार 5 सौ रुपए का लेनदेन हुआ है। मेला अधिकारी डॉ. अजय अरोड़ा ने बताया कि मेले में अब तक विभिन्न प्रजाति 5394 जानवर आए हैं। इनमें से सर्वाधिक 2981 ऊंट व 2340 अश्व शामिल हैं।

अब तक 49 ऊंटों की खरीद-फरोख्त हुई है, जिससे पशुपालकों के बीच 10 लाख 61 हजार रुपए का लेनदेन हुआ है। सर्वाधिक 40 हजार तथा न्यूनतम 5 हजार की कीमत में ऊंट बिका है, वहीं 10 घोड़े-घोड़ी बेचे गए हैं। अश्व पालकों के बीच 2 लाख 86 हजार 5 सौ रुपए का लेनदेन हुआ है। सर्वाधिक 60 हजार की घोड़ी तथा न्यूनतम ढाई हजार रुपए कीमत का घोड़ा बेचा गया है।

मेला मैदान में जीवंत हुई राजस्थानी संस्कृति
पुष्कर मेले के शुभारंभ पर मांडणा प्रतियोगिता आयोजित की गई। जिले की विभिन्न पंचायत समितियों की ग्रामीण महिलाओं ने भाग लिया। प्रतियोगी महिलाओं ने गोबर के गौल से लेपी गई मेला स्टेडियम की दीवारों पर आकर्षक मांडने व रंगोलियां बनाई। स्टेडियम की दीवारें राजस्थानी संस्कृति से छलक उठी। विदेशी मेहमानों ने राजस्थानी मांडणों को खूब सराहा और जमकर फोटोग्राफी की।