नीट और जेईई का CUET में होगा विलय, जानिए मर्जर का प्लान

103

नई दिल्ली। CUET 2023: सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में प्रवेश के लिए अब सीयूईटी यानि कि कॉमन यूनिवर्सिटी एंट्रेंस टेस्ट आयोजित किया जाता है। इस बार यह परीक्षा तीन शिफ्टों में होगी। साथ ही कुछ वर्षों में इसी में जेईई और नीट का विलय भी कर दिया जाएगा। ऐसे में जेईई, नीट और सेंट्रल यूनिवर्सिटीज में प्रवेश के लिए एक ही परीक्षा आयोजित की जाएगी। जेईई और नीट में विलय का ऐलान कम से कम दो साल पहले घोषित कर दिया जाएगा। इस बात की जानकारी यूजीसी के अध्यक्ष जगदीश कुमार ने दी।

बुधवार को पीटीआई को दिए एक साक्षात्कार में यूजीसी अध्यक्ष ने कहा कि यूजीसी और राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (NTA) इस वक्त परीक्षा की तैयारियों में जुटे हैं। ताकि पिछले वर्ष की तरह परीक्षा में किसी प्रकार की गड़बड़ी न हो। यूजीसी अध्यक्ष ने कहा “मैं मानता हूं कि पिछली बार परीक्षा के दौरान कई गड़बड़ियां हुई थीं, लेकिन इस साल सभी मुद्दों को सुलझा लिया गया है। छात्रों के अनुभव को ध्यान में रखते हुए एक योजना तैयार की गई है, ताकि परीक्षा में कोई गड़बड़ न हो”।

यूजीसी ने बताया कि परीक्षा का दूसरा संस्करण देश भर के केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक प्रवेश के लिए 21 से 31 मई तक आयोजित की जाएगी। परीक्षा के दौरान अगर कोई गड़बड़ी आती है तो प्लान बी के तहत अतिरिक्त कंप्यूटर और अतिरिक्त केंद्रों की व्यवस्था की गई है। साथ ही इस बार परीक्षा कार्यक्रम इस तरह से तय किया गया है कि ताकि इस साल से अकादमिक कैलेंडर को पटरी पर लाया जा सके।”

यूजीसी प्रमुख ने यह भी घोषणा की कि सामान्य पैटर्न से हटकर परीक्षा इस साल से तीन पालियों में आयोजित की जाएगी। सीयूईटी को इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई और मेडिकल प्रवेश परीक्षा एनईईटी के साथ विलय करने के प्रस्ताव के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “यह निश्चित रूप से करने योग्य है। इसको लेकर काम किया जा रहा है, लेकिन जब भी विलय की ऐलान किया जाएगा तो घोषणा कम से कम दो साल पहले की जाएगी। ताकि छात्र उसी हिसाब से तैयारी कर सकें।

उन्होंने नई शिक्षा नीति 2020 में स्पष्ट रूप से इस बात का जिक्र किया गया है कि एकल राष्ट्रीय स्तर की प्रवेश परीक्षा होने से छात्रों पर बोझ कम होगा। ऐसे में हम इस पर कार्य कर रहे हैं। मेडिकल और नीट की परीक्षा कैसे सीयूईटी के साथ कराई जाए, इसको लेकर हितधारकों से भी प्लान मांगा गया है। आपको बता दें कि यूजीसी ने पिछले साल मार्च में घोषणा की थी कि सभी केंद्रीय विश्वविद्यालयों में स्नातक प्रवेश एक सामान्य प्रवेश परीक्षा के माध्यम से आयोजित किया जाएगा।

सीयूईटी-यूजी का पहला संस्करण पिछले साल जुलाई में आयोजित किया गया था और इसमें कुछ खामियां थीं, जिससे एनटीए को कई केंद्रों पर परीक्षा रद्द करनी पड़ी थी। जबकि कई छात्रों को परीक्षा से एक रात पहले रद्द करने की सूचना दी गई थी। वहीं, कई छात्रों को परीक्षा केंद्रों से लौटा दिया गया था। इस बार सीयूईटी के लिए 14.9 लाख लोगों ने रजिस्ट्रेशन किया है। इसी के साथ सीयूईटी देश की सबसे बड़ी परीक्षा भी बन गई है, जिसमें इतने छात्रों ने रजिस्ट्रेशन किया है।