नागरिकता संशोधन अधिनियम लोकसभा चुनाव से पहले ही लागू किया जाएगा : अमित शाह

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नई दिल्ली। गहमंत्री अमित शाह ने कहा कि नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) की चुनाव से पहले इसे लेकर अधिसूचना आ जाएगी। इस संबंध में नियम जारी करने के बाद इसे लोकसभा चुनाव से पहले ही लागू किया जाएगा। उन्होंने साफ किया कि सीएए किसी के लिए भी नागरिकता छीनने का कानून नहीं है।

उन्होंने कहा कि हमारे मुस्लिम भाइयों को गुमराह किया जा रहा है। भड़काया जा रहा है। सीएए केवल उन लोगों को नागरिकता देने के लिए है जो पाकिस्तान, अफगानिस्तान और बांग्लादेश में उत्पीड़न का सामना करने के बाद यहां आए हैं। यह किसी की भारतीय की नागरिकता छीनने का कानून नहीं है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आगामी लोकसभा चुनावों में भाजपा को 300 से ज्यादा सीट मिलेंगी। जबकि, राजग (एनडीए) 400 से ज्यादा सीट हासिल करेगा। आम चुनाव के नतीजों पर कोई संशय की स्थिति नहीं है। यहां तक कि कांग्रेस और अन्य विपक्षी दलों को भी अहसास हो गया है कि उन्हें फिर से विपक्ष में बैठना होगा। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने ये बातें शनिवार को एक कार्यक्रम के दौरान कहीं।

शाह ने कहा, हमने संविधान के अनुच्छेद 370 के ज्यादातर प्रावधानों को खत्म कर दिया, पूर्ववर्ती जम्मू-कश्मीर राज्य को विशेष दर्जा देता था। इसलिए, हमें भरोसा है कि देश के लोग भाजपा को 370 सीटों और एनडीए को 400 से अधिक सीटों का आशीर्वाद देंगे।

कार्यक्रम के दौरान उनसे राष्ट्रीय लोकदल (रालोद), शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और कुछ अन्य क्षेत्रीय दलों के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने की संभावना के बारे में पूछा गया। इस पर गृहमंत्री ने कहा, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) परिवार नियोजन में भरोसा करती है, लेकिन राजनीति में नहीं। शिअद के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, बातचीत चल रही है, लेकिन अभी कुछ भी तय नहीं हुआ है। उन्होंने कहा, 2024 का चुनाव एनडीए और विपक्षी गठबंधन के बीच नहीं, बल्कि विकास और केवल नारे देने वालों के बीच होगा।

राहुल गांधी पर साधा निशाना
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ पर उन्होंने कहा, नेहरू-गांधी परिवार के वारिस को इस तरह के मार्च के साथ आगे बढ़ने का कोई अधिकार नहीं है, क्योंकि 1947 में देश के विभाजन के लिए उनकी पार्टी जिम्मेदार थी।

जरूरी था श्वेत पत्र
संसद में सरकार की ओर से पे किए गए श्वेत पत्र पर शाह ने कहा, यह जरूरी था, क्योंकि देश को यह जानने का पूरा हक है कि कांग्रेस नीत संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन (यूपीए) ने 2014 में सत्ता खोने से पहले क्या गड़बड़ी की थी। दस साल बाद हमारी सरकार ने अर्थव्यवस्था को फिर से जिंदा किया है। विदेशी निवेश आया है और कोई भ्रष्टाचार नहीं है। इसलिए, श्वेत पत्र प्रकाशित करने यह सही समय है।

अयोध्या में राम मंदिर निर्माण
अयोध्या के राम मंदिर के मुद्दे पर उन्होंने कहा कि देश के लोग 500-550 वर्षों यह मानते थे कि जिस स्थान पर भगवान राम का जन्म हुआ था, वहां मंदिर बनना चाहिए। लेकिन, तुष्टिकरण की राजनीति और कानून व्यवस्था का हवाला देते हुए राम मंदिर के निर्माण की अनुमति नहीं दी गई।