दिल्ली कोर्ट से नहीं मिली राहत, 1 अप्रैल तक ED की रिमांड में रहेंगे केजरीवाल

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नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की रिमांड मामले पर सुनवाई पूरी कर ली है। कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट ने अरविंद केजरीवाल की रिमांड को एक अप्रैल तक के लिए बढ़ा दिया है।

इससे पहले कोर्ट में ईडी ने कहा कि शराब घोटाले 100 करोड़ रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। एजेंसी के पास इस बात के पुख्ता सबूत हैं। उधर, केजरीवाल ने कोर्ट में दावा किया कि ईडी आम आदमी पार्टी को खत्म करना चाहती है। केजरीवाल ने कोर्ट में कहा कि अगर 100 करोड़ रुपये रिश्वत लिए गए हैं तो पैसे कहां गए?

इस वजह से बढ़ी केजरीवाल की रिमांड
ईडी ने रिमांड मांगते हुए कहा कि मोबाइल फोन से डेटा निकाला गया है और उसका विश्लेषण किया जा रहा है। हालांकि 21 मार्च को अरविंद केजरीवाल के परिसर में तलाशी के दौरान जब्त किए गए अन्य चार डिजिटल उपकरणों का डेटा अभी तक नहीं निकाला जा सका है।

केजरीवाल के वकील ने मांगी इजाजत
अरविंद केजरीवाल के वकील रमेश गुप्ता के कोर्ट के सामने केजरीवाल की बात रखने की इजाजत मांगी। ईडी ने कहा कि हमने उन्हें इसलिए गिरफ्तार नहीं किया क्योंकि वह सीएम हैं बल्कि हमारे पास साक्ष्य है। गिरफ्तार व्यक्ति ने अपने वकीलों से परामर्श करने के बाद पासवर्ड, लॉगिन क्रेडेंशियल प्रदान करने के लिए समय मांगा है।

ईडी ने केजरीवाल के बयान का विरोध किया
कोर्ट में ईडी ने केजरीवाल के बयान का विरोध किया। ईडी ने कहा कि केजरीवाल रिमांड से जुड़ी कोई भी। ईडी ने कहा कि हवाला के जरिए पैसे गोवा चुनाव में दिया गया। केजरीवाल पूरी सुनवाई को कन्फ्यूज करना चाहते हैं। ईडी ने कहा कि अभी ये मामला जांच के स्टेज पर है। यहां ट्रायल की बात कैसे हो सकती है।

ईडी की जांच से शुरू हुआ असली घोटाला
केजरीवाल ने कहा कि असली शराब घोटाला ईडी की जांच के बाद शुरू हुआ। ईडी का मकसद आम आदमी पार्टी को खत्म करना है। एक स्मोक क्रिएट करना है। ईडी धमकी देकर पैसा वसूल कर रही है। शरद रेड्डी ने 55 करोड़ का चंदा दिया। केजरीवाल ने कहा कि हम रिमांड के विरोध में नहीं है। जितना टाइम लेना चाहे ईडी लें। केजरीवाल ने कहा कि 55 करोड़ का बॉन्ड कोर्ट को दें। केजरीवाल ने कहा कि ईडी एक्सटोर्शन रैकेट चल रही है।