डॉक्टर मीनाक्षी शारदा ने वेबिनार में बताया कोरोना के लक्षण व निदान

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कोटा। ISTD कोटा की वॉइस प्रेजिडेंट सुजाता ताथेड़ ने कहा कि आजकल हम सब के समक्ष Covid-19 एक बड़ी चुनौती है। चुनौती बड़ी है, लेकिन हम सब एकजुट होकर प्रयास करेंगे तो सहज ही इस पर विजय प्राप्त कर लेंगे। हम सब कोरोना वॉलेंटेर बनेंगे | ऐसे मुश्किल वक्त में लोगों को उपचार, एहतियात आदि की प्रामाणिक जानकारी होना बेहद जरुरी है।

इसके लिए कोटा ज्ञानद्वार एजुकेशन सोसाइटी और ISTD कोटा चैप्टर ने एक ख़ास पहल की है। वे बातें जो हमारे व आपके लिए सीधे विशेषज्ञों के माध्यम से जानना आवश्यक है उनको आप तक इस विकट समय में घर बैठे हम, तुम और कोरोना नामक कार्यक्रम के माध्यम से उपलब्ध कराने की लिए ऑनलाइन सेशन की सीरीज़ का आगाज़ किया।

इसकी मुख्य वक्ता शहर की जाने मानी वरिष्ठ फिजिशियन एवं मेडिकल कॉलेज कोटा की सीनियर प्रोफेसर डॉ. मीनाक्षी शारदा हैं। यह कोविड महामारी से न केवल सीधे जुडी हुयी हैं। बल्कि कोविड अस्पताल में घर बैठे भी अनगिनत कोरोना मरीजों की निरंतर सेवा दे रही हैं। यह कोरोना पर राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर पर शोध पत्र लिख चुकी हैं।

ISTD कोटा चैप्टर की चेयरपर्सन अनिता चौहान ने वेबिनार का कुशलतापूर्वक संचालन किया। वेबीनार में विभिन्न क्षेत्रों कोटा, राजस्थान दिल्ली कलकत्ता, भुवनेश्वर, मुंबई, देहरादून, चेन्नई, गुजरात एवं भोपाल से लोग जुड़े और उन्होंने अपने प्रश्न पूछे।

लोगों ने पूछा कोरोना के लक्षण व निदान और पॉजिटिव आने पर क्या सावधानियां रखनी चाहिए। कितने समय बाद वैक्सीन की पहली या दूसरी डोज लगानी चाहिये। अस्थमा के रोगियों को किन किन बातों का ध्यान रखना चाहिये।.सभी प्रश्नों का डॉक्टर शारदा ने बहुत ही सहजता जवाब दिए। उन्होंने कोरोना को लेकर कई भ्रम दूर किये। वेबिनार के माध्यम से डॉ. शारदा ने लोगों से अपील की कि वे सभी कोरोना वेक्सिनेशन अवश्य करवाएं।

क्योंकि टीकाकरण के बाद भी यदि कोई पॉजिटिव होता भी है तो भी शीघ रिकवर हो जाता है। बीमारी की गंभीरता और अस्पताल जाने से भी बच सकते हैं। कोरोना की जिस वर्तमान लहर का अभी हम सामना कर रहें हैं, वो हवा के माध्यम से तेजी से फ़ैल रही है।