जीएसटी लागू होने के बाद रेल का सफर होगा महंगा

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 ट्रेन में ही यात्रियों से वसूला जाएगा आधा फीसदी बढ़ा हुआ टैक्स

नई दिल्ली। देश की अर्थव्यवस्था के लिए जीएसटी को भले ही क्रांतिकारी पहल माना जा रहा हो, लेकिन एसी क्लास के रेल पैसेंजरों की जेब पर जीएसटी भारी पड़ने जा रहा है। यही नहीं, अगर जीएसटी 1 जुलाई से लागू होता है तो उससे पहले भी जो पैसेंजर रेल टिकट बुक करा चुके होंगे, उन्हें आधा फीसदी टैक्स ट्रेन में सफर के दौरान चुकाना होगा। इस कवायद के लिए रेलवे ने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है।

इंडियन रेलवे के टॉप ऑफिसर ने  LEN-DEN NEWS को बताया कि यह तय है कि एसी क्लास के जिन पैसेंजरों ने जीएसटी लागू होने से पहले भी रेल टिकट बुक करा रखा है, उन्हें भी जीएसटी लागू होने के बाद यात्री किराए का लगभग आधा फीसदी टैक्स यात्रा के दौरान चुकाना होगा। यह राशि टीटीई सफर के दौरान ही पैसेंजरों से वसूलेंगे।

इंडियन रेलवे के अधिकारियों का कहना है कि दरअसल पहले एसी क्लास के पैसेंजरों के किराए के 30 फीसदी हिस्से पर ही 14.5 फीसदी टैक्स वसूला जाता था, जो गणना में कुल किराए का लगभग 4.5 फीसदी ही पड़ता था। जीएसटी लागू होने के बाद में रेल किराए पर 5 फीसदी की दर से टैक्स लगाया जाएगा। इस तरह से एसी क्लास में सफर करने वाले रेल पैसेंजरों को आधा फीसदी ज्यादा टैक्स चुकाना होगा।

रेलवे का कहना है कि जिन यात्रियों ने पहले ही टिकट बुक करा रखा है, उन्हें जीएसटी की बढ़ी दर से निजात नहीं मिलेगी। रेलवे के मुताबिक, यात्रा के दौरान ही एसी क्लास के यात्रियों से बची हुई आधा फीसदी की राशि वसूली जाएगी। मसलन, अगर 1 जुलाई से ही जीएसटी लागू होता है तो अगले चार महीने तक टीटीई एसी क्लास के यात्रियों से आधा फीसदी राशि अलग से वसूल करेंगे। अधिकारियों ने कहा कि इसके लिए रेलवे ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है। यही नहीं, चूंकि कैटरिंग पर भी असर पड़ेगा इसलिए खानपान के बिल पर भी असर पड़ेगा।

इसके अलावा रेलवे ने 250 लोकल ट्रेनों में पंखों और लाइट को पावर देने के लिए फ्लेक्सिबल सोलर पैनल और बैटरी इंस्टॉल करने की योजना बनाई है। अभी तक यह फैसला नहीं किया गया है कि ये ट्रेनें कहां चलेंगी, लेकिन ट्रेनों में सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने के लिए पहले ही टेंडर निकाले जा चुके हैं। टेंडर हासिल करने वाली कंपनियों को पहले छह ट्रेनों में प्रॉजेक्ट पूरा करना होगा।