छोटी इलायची के भाव सुधरने का अनुमान, जीरा का निर्यात घटा

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नई दिल्ली। महाशिवरात्रि का पर्व होने के कारण आज दिल्ली बाजार बंद रहा। लेकिन उत्पादक केन्द्रों पर छोटी इलायची की नीलामी सुचारु रूप से हुई। प्राप्त जानकारी के अनुसार आज हुई स्पाइस मोर ट्रेडिंग कम्पनी कुम्भली नीलामी में 48622 किलो की आवक हुई और 47702 किलो का व्यापार हुआ।

नीलामी में छोटी इलायची के अधिकतम भाव 1886 रुपए एवं एवरेज भाव 1341 रुपए प्रति किलो बोले गए। एक सप्ताह पूर्व इसी नीलामी में अधिकतम भाव 1946 रुपए एवं एवरेज भाव 1530.17 रुपए बोले गए। सूत्रों का कहना है कि सीजन का अंत होने के कारण आगामी दिनों में छोटी इलायची के भाव सुधरने चाहिए।

सौंफ की कीमतों में तेजी नहीं: चालू सीजन के दौरान प्रमुख उत्पादक राज्य गुजरात एवं राजस्थान के अलावा अन्य क्षेत्रों में भी सौंफ की बिजाई बढ़ने के कारण सौंफ का उत्पादन गत वर्ष की तुलना में अधिक होने के समाचार हैं।

उल्लेखनीय है कि गत वर्ष देश में सौंफ की बिजाई 9054 हजार हेक्टेयर पर की गई थी जोकि चालू सीजन में बढ़कर 1.97 लाख हेक्टेयर हो गई। बिजाई के पश्चात मौसम भी फसल के अनुकूल रहा जिस कारण से इस वर्ष सौंफ का उत्पादन 38/40 लाख बोरी (प्रत्येक बोरी 55 किलो) होने के अनुमान लगाये जा रहे हैं।

जबकि गत वर्ष उत्पादन 20/21 लाख बोरी का रहा था। अधिक उत्पादन के कारण विगत कुछ समय से कीमतों में गिरावट बनी हुई है और अभी भी बाजार में धारणा मंदे की बनी हुई है।

जीरा का निर्यात घटा: गत सीजन में जीरा की कीमतों में रिकॉर्ड तेजी आने के कारण जीरा का निर्यात घटा है। उल्लेखनीय है कि गत सीजन में जीरे की कीमते रिकॉर्ड स्तर 625/650 रुपए के स्तर पर पहुंच गई थीं जिस कारण से जीरा निर्यात प्रभावित हुआ है।

प्राप्त जानकारी के अनुसार मार्च 2023- फरवरी 2024 के दौरान जीरा का कुल निर्यात 154694 टन का हुआ है। जबकि मार्च – 2022- फरवरी – 2023 के दौरान निर्यात 179553 टन का रहा था। मार्च – 2021- फरवरी- 2022 के दौरान जीरे का रिकॉर्ड निर्यात 246686 टन का किया गया था।

चालू सीजन के दौरान जीरे का उत्पादन अधिक होने के कारण जीरे की कीमतों में मंदा बना हुआ है। जिस कारण से इस वर्ष निर्यात गत वर्ष की तुलना में अधिक होने की संभावना है।