गूगल प्ले स्टोर पर 2,000 से ज्यादा खतरनाक ऐप्स: स्टडी

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नई दिल्ली। एक रिसर्च के मुताबिक गूगल प्ले स्टोर पर 2,000 से ज्यादा फेक ऐप्स है। यूनिवर्सिटी सिडनी ऐंड सीएसआईआरओ डेटा 61 की दो साल के स्टडी में यह सामने आया है कि प्ले स्टोर पर कई पॉप्युलर ऐप्स के फेक वर्जन मौजूद हैं। स्टडी में पता चला कि टेंपल रन, फ्री फ्लो और हिल क्लाइंब रेसिंग जैसे ऐप्स के फेक वर्जन प्ले स्टोर पर मौजूद हैं। इस स्टडी में 1.2 मिलियन ऐप्स पर स्टडी की गई।

इन ऐप्स को पहचानना मुश्किल
स्टडी में बताया गया है कि ये ऐप्स असल ऐप्स से इतना मिलते हैं कि इन्हें पहचानना मुश्किल होता है। हालांकि ज्यादातर ऐप्स को इंस्टाल करने के बाद पहचाना जा सकता है। पर बिना इंस्टाल किए इन्हें किसी तकनीक के जानकार के लिए भी पहचान पाना मुश्किल है।

मैलवेयर अटैक का खतरा
स्टडी में साफ किया गया है कि इन ऐप्स का इस्तेमाल यूजर्स का डेटा चुराने के लिए या डिवाइस पर मैलवेयर अटैक करने के लिए किया जाता है। इन ऐप्स को इंस्टाल करने से यूजर को आर्थिक नुकसान और आइडेंटिटी थेफ्ट का खतरा रहता है।इस बारे में एक ईमेल के जवाब में गूगल के एक स्पोक्सपर्सन ने कहा, ‘जब हम किसी ऐप को अपनी पॉलिसी का उल्लंघन करते हुए पाते हैं तो हम उसे प्ले स्टोर से रिमूव कर देते हैं।’

2,040 फेक ऐप्स
इस स्टडी में 2,040 ऐसे ऐप सामने आए जो प्ले स्टोर पर मौजूद टॉप 10,000 ऐप्स से मिलते जुलते थे। इनमें से 49,608 ऐप्स का उद्देश्य मैलवेयर से डिवाइस को प्रभावित करना था। स्टडी में 1,565 ऐप्स ऐसे थे जो ऐसी पर्मिशंस मांग रहे थे जो ऑरिजनल ऐप नहीं मांगता। स्टडी में कहा गया कि गूगल प्ले स्टोर के जरिए मार्केट में एंट्री करना मुश्किल नहीं है।