गज़ल नाइट: प्यार का पहला खत लिखने में वक्त तो लगता है–

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‘सृजन द स्पार्क’ के कार्यक्रम में देवेन्द्र सिंह हिरण ने बहाई सुरों की सरिता

कोटा। चांदनी रात और खुलेआसमान के नीचे सुरों की ऐसी सरिता बही कि श्रोता सर्दी का एहसास भी भूल गए। यह कार्यक्रम था डॉ. देवेन्द्र सिंह हिरण की गज़ल नाइट का, जिसका आयोजन ‘सृजन द स्पार्क’ कोटा चेप्टर की ओर से ऑक्सीजोन सिटी पार्क में किया था।

डॉ. देवेन्द्र सिंह हिरण ने ग़जल और नज्म की एक से एक बढ़कर प्रस्तुति से कलाप्रेमी मुग्ध हो गए और रातभर अपनी पसंद की गजलों की फरमाईश करते रहे और देवेंद्र हिरण भी अपनी गज़लों और शायरी के माध्यम से दर्शकों को दाद बटोरते रहे। डॉ..देवेन्द्र सिंह ने .कल चौदवीं की रात थी…चिट्ठी न कोई संदेश..वो कागज की कश्ती वो बारिश का पानी..प्यार का पहला खत लिखने में वक्त तो लगता है….आदि गज़लों की प्रस्तुति दी।

कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि संभागीय आयुक्त डॉ. प्रतिभा सिंह थीं। कार्यक्रम के शुरू में सृजन कोटा चेप्टर के संरक्षक एवं आईजी प्रसन्न कुमार खमेसरा ने गज़ल सितारे डॉ. देवेन्द्र का परिचय सदन से करवाया। उन्होंने कहा कि गज़ल नाइट ने साहित्य और कला प्रेमी जनों को एक साथ आने और उन्हें एक-दूसरे के साथ जुड़ने का माध्यम प्रदान किया है।

अध्यक्ष डॉ..विजय सरदाना ने स्वागत भाषण में कहा कि जनवरी में स्थापना के बाद कोटा चेप्टर का यह 5वां आयोजन है। सृजन का उद्देश्य नए उभरते सितारों को मंच प्रदान करना है। सृजन द स्पार्क एक वैश्विक संगीत संस्थान के निर्माण की प्रक्रिया में है। संगठन ने विदेश में ब्रिटेन, दुबई और कनाडा तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में 4 चैप्टर स्थापित किए हैं। सचिव डॉ. .साकेत गोयल ने मंच संचालन किया और अंत में सभी का आभार प्रकट किया।

कोषाध्यक्ष विकास अजमेरा ने बताया कि कार्यक्रम के प्रोजेक्ट डायरेक्टर कपिल जैन व उत्सव बड़जात्या रहे। कार्यक्रम में कोटा ग्रामीण एस. पी. कावेन्द्र सिंह, दीपक राजवंशी, प्रेम भाटिया, विकास अजमेरा, कुलदीप माथुर, चंद्रशेखर शर्मा, शिव शक्ति राजावत, प्रज्ञा मेहता, मीता अग्रवाल, अनिमेश जैन, उमेश गोयल, अनीश बिरला सहित कई कला और संगीत प्रेमी उपस्थित रहे।

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