कोर्ट ने माना, नवाब मलिक सीधे तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग अपराध में संलिप्त

317

मुंबई। डी-कंपनी से मिलीभगत और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों का सामना कर रहे राकांपा नेता नवाब मलिक को बड़ा झटका लगा है। विशेष न्यायालय ने नवाब मलिक के खिलाफ मामले की सुनवाई करते हुए ईडी की ओर से पेश आरोप पत्र का संज्ञान लिया। कोर्ट ने माना कि नवाब मलिक जानबूझकर और सीधे तौर पर मनी लॉन्ड्रिंग जैसे अपराध में संलिप्त थे।

विशेष न्यायाधीश आर एन रोकड़े ने मामले की सुनवाई करते हुए कहा, मामले को आगे बढ़ाने के लिए पर्याप्त आधार हैं। प्रथम दृष्टया सबूतों में सामने आया है कि नवाब मलिक जानबूझकर इस मामले में शामिल थे। दरअसल, 21 अप्रैल को मलिक के खिलाफ ईडी ने आरोप पत्र दाखिल किया था। इसमें कहा गया है कि कुर्ला में गोवावाला कंपाउंड पर कब्जा करने के लिए नवाब मलिक और अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम की बहन हसीना पारकर और उसके बॉडीगार्ड सलीम पटेल के बीच कई बैठकें हुई थीं।