कोटा मॉडल की तर्ज पर राजस्थान के हर शहर में होंगे विकास कार्य: गहलोत

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कोटा। Kota development model: मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गहलोत ने बुधवार को कोटा में नवनिर्मित ऑक्सीजोन सिटी पार्क का लोकार्पण किया। इसके बाद गहलोत ने पार्क का निरीक्षण कर उसके बारे में जानकारी ली। सीएम गहलोत ने कहा कि कोटा का ऐतिहासिक विकास स्वर्णिम अक्षरों में लिखा जाएगा।

उन्होंने कहा कि कभी पर्यटन में पीछे रहने वाले हाड़ौती क्षेत्र ने इतिहास रचा है। यहां का विकास सरकार और स्थानीय जनप्रतिनिधि के मजबूत संकल्प का उदाहरण है। राजस्थान के पर्यटन में कोटा का जुड़ना बड़ी सौगात है। कोटा विकास मॉडल की तरह प्रदेश के सभी शहरों में भी कार्य कराए जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि कोटा पहला शहर है, जहां सड़कें ट्रैफिक सिग्नल फ्री हैं। यह पर्यावरण संरक्षण की दिशा में बड़ा कदम है। ऐसी व्यवस्था अन्य शहरों में भी कराई जा रही है।

मिशन 2030: विकास का एक संकल्प
मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा, चिकित्सा और स्वास्थ्य, पानी, सामाजिक सुरक्षा, कृषि तथा आधारभूत संरचना विकास सहित विभिन्न क्षेत्रों में राजस्थान देश का मॉडल स्टेट बन गया है। स्वास्थ्य का अधिकार, गिग वर्कर्स कानून, राजस्थान न्यूनतम आय गारंटी हमारी बड़ी उपलब्धि है। राजस्थान की जनहितैषी योजनाओं को केंद्र और अन्य राज्यों की सरकारों द्वारा चुनावी घोषणा पत्रों में शामिल किया जा रहा है। अब राजस्थान को वर्ष 2030 तक देश के अग्रणी राज्यों में लाने के लिए मिशन-2030 का लक्ष्य रखा है। इसमें 1 करोड़ लोगों से सुझाव और विचार लेकर विजन-2030 डॉक्यूमेंट इसी महीने जारी किया जाएगा।

सरकार ने कोटा एयरपोर्ट के लिए दी जमीन
गहलोत ने कहा कि सरकार ने कोटा में एयरपोर्ट विस्तार के लिए निःशुल्क जमीन उपलब्ध कराई है। इसके बावजूद केंद्र सरकार कार्यों को आगे नहीं बढ़ा पा रही है। कोटा से सांसद और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला को इस कार्य में पहल कर केंद्र सरकार से संवाद करना चाहिए।

पेट्रोल, डीजल की कीमतें घटाए केंद्र
मुख्यमंत्री ने कहा कि पेट्रोल, डीजल पर अप्रत्याशित टैक्स देशभर में अत्यंत गंभीर विषय है। केंद्र सरकार ने एक्साइज ड्यूटी में राज्य सरकारों का हिस्सा खत्म कर स्पेशल एक्साइज ड्यूटी, एडिशनल एक्साइज ड्यूटी और सेस जैसे तीन नए टैक्स लगाने का कार्य किया है, जिसमें राज्यों की हिस्सेदारी शून्य है। ऐसी स्थिति में राज्यों को भारी राजस्व घाटा हो रहा है। वहीं, केंद्र सरकार राज्यों से उम्मीद करती है कि वे अपना टैक्स घटाए। पड़ोसी राज्य मध्यप्रदेश में पेट्रोल-डीजल पर वैट राजस्थान से अधिक है। गहलोत ने कहा कि पूर्व में अंतर्राष्ट्रीय कीमतें बढ़ने के बावजूद कीमत 60 रुपए के पार नहीं गई, परंतु आज अंतर्राष्ट्रीय कीमतें कम होने के बावजूद पेट्रोल 100 रुपए प्रति लीटर से अधिक है।