कांग्रेस जीती तो कौन बनेगा राजस्थान में सीएम, पायलट ने दिया जवाब

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जयपुर। Who will be the CM: राजस्थान में विधानसभा चुनाव के लिए टिकटों के बंटवारे के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर भी दावेदारी और अटकलों का दौर चल रहा है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की तरह कांग्रेस ने भी सीएम पद के कैंडिडेट की घोषणा नहीं की है।

हालांकि, हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीएम पद को लेकर जो बयान दिया उसे उनकी एक बार फिर इस पद पर दावेदारी के रूप में देखा गया। गहलोत ने कहा कि वह सीएम पद छोड़ना चाहते हैं, लेकिन यह पद उन्हें नहीं छोड़ रहा है और ना ही छोड़ेगा।

इस बीच एक इंटरव्यू में सचिन पायलट का भी रिएक्शन सामने आया है। पायलट ने उनकी मुख्यमंत्री पद की दावेदारी को लेकर कहा कि जीत मिल जाए तो विधायक और हाईकमान इसका फैसला करेगा।

अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान कोई नई बात नहीं है। 2018 से ही दोनों नेताओं के बीच टकराव रहा है। बात पायलट की बगावत और गहलोत की ओर से उन्हें ‘नकारा-निकम्म और गद्दार’ कहे जाने तक पहुंची।

हालांकि, चुनाव से ठीक पहले हाईकमान ने दोनों नेताओं को साथ लाने में कामयाब रहा है। हालांकि, राजस्थान की राजनीत पर करीब से निगाह रखने वालों की मानें तो दोनों नेताओं के बीच ‘सीजफायर’ जरूर हुआ है, लेकिन ‘कुर्सी की कलह’ कायम है। 3 दशक पुराने रिवाज को तोड़कर कांग्रेस यदि चुनाव जीतने में सफल रहती है तो एक बार फिर टकराव चरम पर पहुंच सकता है।

पिछले दिनों अशोक गहलोत से दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह पूछा गया कि यदि कांग्रेस को जीत मिलती है तो क्या वह एक बार फिर मुख्यमंत्री बनेंगे? गहलोत ने इसका ‘हां या ना’ में जवाब ना देते हुए कई ऐसी बातें कहीं जिससे संकेत किया कि जीत मिलने पर वह मुख्यमंत्री बनेंगे।

गहलोत ने उनकी सरकार की स्वास्थ्य सेवा की लाभार्थी महिला का जिक्र करते हुए कहा, ‘उन्होंने मुझे एक बार फिर मुख्यमंत्री बनने का आशीर्वाद दिया। मैंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ना चाहता हूं, लेकिन यह पद मुझे नहीं छोड़ रहा है और आगे छोड़ेगा भी नहीं।’ गहलोत ने यह भी कहा कि कुछ तो वजह होगी कि गांधी परिवार इतना उन पर भरोसा करता है। गहलोत की बात को इस बात का संकेत माना गया कि उन्होंने एक बार फिर मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी पेश कर दी है।

वहीं, अब न्यूज 18 को दिए एक इंटरव्यू में सचिन पायलट ने भी कुछ ही शब्दों में बड़ी बात कह दी। मुख्यमंत्री पद पर दावेदारी को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में पायलट ने कहा, ‘पहले हमारे लिए जरूरी है कि जीत हासिल करें। एक बार जीत मिल गई तो देखेंगे कि विधायक और हाई कमान ने क्या फैसला किया।’ पायलट ने नपे-तुले शब्दों में जता दिया कि सीएम पद का फैसला विधायकों और हाई कमान की इच्छा के मुताबिक होगा।