एमपीएस के 18 वें स्थापना दिवस पर मिली तरणताल की सौगात

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कोटा। श्रीनाथपुरम् स्थित माहेश्वरी पब्लिक स्कूल का 18वां स्थापना दिवस बुधवार को सांस्कृतिक कार्यक्रम के साथ मनाया गया। इस अवसर पर कार्यक्रम के मुख्य अतिथि एलन करियर इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर राजेश माहेश्वरी, करियर पॉइंट के डायरेक्टर ओम माहेश्वरी एवं अखिल भारतवर्षीय माहेश्वरी महासभा पश्चिमांचल के उपसभापति व माहेश्वरी समाज के अध्यक्ष राजेशकृष्ण बिरला ने नवनिर्मित दो तरणताल का लोकार्पण किया।

प्राचार्य अमित कुमार शर्मा ने स्वागत भाषण पढा। विद्यालय की अध्यापिकाओं के राजस्थान की संस्कृति की छटा बिखेरते हुए सामूहिक व एकल नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियाँ दी। समारोह में मंत्री विट्ठल दास मूंदड़ा, उपाध्यक्ष नंद किशोर काल्या,विशिष्ट अतिथि नारायण स्वरूप कालानी, आनंद राठी, विष्णु साबू, घनश्याम दास मूंदड़ा, कोषाध्यक्ष राजेंद्र कुमार शारदा, पूर्वी राजस्थान के अध्यक्ष महेशचंद अजमेरा, सुरेशचन्द्र काबरा, प्रमोद कुमार भंडारी, बद्री विशाल माहेश्वरी, भगवान बिरला, ओम प्रकाश गट्टानी एवं स्कूल प्रशासक राजेंद्र कुमार जैन भी मौजूद थे।

बालिका शिक्षा में अग्रणी है एमपीएस
इस अवसर पर अध्यक्ष राजेश कृष्ण बिरला ने बताया कि माहेश्वरी पब्लिक स्कूल में किसी भी समाज की ​बालिका से प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है। उनके एडमिशन के समय प्रवेश शुल्क निशुल्क रहता है। बिरला ने कहा कि एक बालिका पढती है तो, वह दो घरो को रोशन करती है। बिरला ने कहा कि 6 करोड से अधिक स्कूल के इन्फ्रास्ट्रचर के लिए खर्च किया जा चुका है। और प्रशासन स्कूल में अन्य सुविधाओं को भी लागू करने के लिए प्रत्यनशील है।

नए परिसर से हो संचालित
मुख्य अतिथि राजेश माहेश्वरी ने एमपीएस स्कूल को 25 से 40 बीघा के क्षेत्र में विकसित करने का सुझाव देते हुए कहा कि इस स्कूल की प्रगति काबिले तारिफ है। अपने सफर में स्कूल ने कई कीर्तिमान बनाए हैं। आज यह 18 वर्ष पूर्ण कर चुका है, स्कूल में डे बोर्डिंग, हॉस्टल व घुडसवारी जैसी सुविधाएं भी उपलब्ध हो, इसके लिए पूरे समाज को मेहनत करनी चाहिए। और बडे परिसर में विकसित करना चाहिए। जो माहेश्वरी समाज के लिए मिसाल बन सके। विशिष्ट अतिथि ओम माहेश्वरी ने बच्चों से गुणवतापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर देश का नाम रोशन करने की सलाह दी। इस अवसर उन्होने किताबी ज्ञान व वास्तविक अनुभव से प्राप्त ज्ञान के महत्व को बताया।

दो तरणताल की सौगात
प्रशासक राजेन्द्र कुमार जैन ने बताया कि 18वें स्थापना दिवस के अवसर पर दो तरणताल बनाए हैं। किड्स व बड़े बच्चों के लिए अलग-अलग तरणताल हैं। किड्स के लिए 8 गुना 10 व बड़े बच्चों के लिए 18 गुना 35 का तरणताल बनाया गया है, जिसमें सभी आधुनिक मापदण्डों को ध्यान में रखा गया है।