उद्योग जगत की सभी समस्याओं का त्वरित गति से निराकरण किया जाएगा

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उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने दिलाया उद्यमियों को भरोसा

कोटा। दी एसएसआई एसोसियेशन की ओर से सोमवार को पुरुषार्थ भवन के अमृतम हाल में उद्यमियो एवं उद्योग मंत्री शकुंतला रावत के साथ औद्योगिक समस्याओं को लेकर एक संवाद रूबरू कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

एसोसियेशन संस्थापक अध्यक्ष गोविंद राम मित्तल, सलाहकार बोर्ड के निदेशक अशोक माहेश्वरी, अध्यक्ष अमित सिंघल एवं सचिव अक्षय सिंह ने बताया कि इस रूबरू कार्यक्रम में उद्योगों मे आ रही प्रमुख समस्याओं को उद्योग मंत्री रावत के समक्ष रखा गया ।

एसोसियेशन के संस्थापक अध्यक्ष मित्तल ने राजस्थान में एमएसएमई के विकास के लिए औद्योगिक नीतियों से संबंधित सुझाव प्रस्तुत करते हुए कहा उद्योगों को औद्योगिक भूखण्डों की फ्री होल्ड सुविधा उपलब्ध करायी जाये। रीको क्षेत्र को यूडीएच, भूमि कर, फायर एनओसी, पीसीबी के क्लीयरेंस से मुक्त किया जाए।

इको सेंसिटिव जोन घोषित हो
उन्होंने बताया कि राजस्थान को आर्मर हब आवंटित किया गया है, इसे कोटा में स्थापित किया जाना चाहिए। उद्योग को बढ़ावा देने के लिए एमएसएमई अधिनियम की स्थापना की सहमति को समाप्त किया जाना चाहिए। जीएसटी को सरल बनाया जाए। गडरिया महादेव से ‘कोटा बैराज’ तक इको सेंसिटिव जोन घोषित किया जाना चाहिए। दिल्ली मुंबई कॉरिडोर का अधिकतम क्षेत्र राजस्थान राज्य से होकर गुजरता है, इसलिए राजस्थान में लॉजिस्टिक्स हब की बहुत बड़ी संभावना है।

कोटा में आईटी इंडस्ट्रीज की संभावना
कोटा में आईटी इंडस्ट्रीज की बहुत बड़ी संभावनाएं हैं। कोटा में ट्रिपल आईटी की शुरुआत हो चुकी है। इसलिए कोटा में आई टी हब बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि हमारे सुझावों पर सकारात्मक ढंग से विचार किया जाए और आगे बढ़ाया जाए ।

कोटा में खुले पर्यटन का मुख्यालय
एसोसियेशन के सलाहकार बोर्ड के निदेशक एवं कोटा व्यापार महासंघ के महासचिव अशोक माहेश्वरी ने कहा कि राज्य के मुख्यमंत्री द्वारा बजट 2022 में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देने के बाद भी औद्योगिक क्षेत्र में होटल, मोटल, रिसोर्ट, हॉस्पिटल एवं अन्य व्यवसाय को रीको द्वारा आज भी उद्योग की अनुमति नहीं दी जाती है। यह कोटा के विकास एवं रोजगार में बहुत बड़ा अड़ंगा है। इसका निदान उद्योग मंत्री होने के नाते आप इस पर निर्णय करवायें। साथ ही कोटा में पर्यटन का मुख्यालय खोला जाए। अगर उद्यमी एवं व्यापारी पर्यटन के क्षेत्र में कोई निवेश करे तो उसको जिला उद्योग केंद्र में ही रजिस्ट्रेशन से ही काम चल सकता है ।

राज्य का औद्योगिक विकास मुख्य उद्देश्य: रावत
बैठक में उद्योग मंत्री शकुंतला रावत ने कहा कि हमारा मुख्य उद्देश्य राज्य का औद्योगिक विकास करना है। कोटा की सबसे बड़ी मांग यही है कि कोचिंग एवं हॉस्टल को भी उद्योग का दर्जा दिया जाए। रीको क्षेत्र में भी इसकी अनुमति प्रदान की जाए। निश्चित ही इस दिशा में सकारात्मक प्रयास होंगे। क्योंकि कोटा ने पूरे देश की शैक्षणिक नगरी के रूप में अपनी पहचान कायम की है। साथ ही इससे लाखों लोगों को रोजगार भी मिला हुआ है। उन्होंने कहा कि जिस तरह का विकास कोटा शहर में हुआ है, इतना विकास राज्य में कहीं भी नहीं हुआ है। विश्व स्तरीय रिवर फ्रंट एवं ऑक्सीजोन का लोकार्पण मुख्यमंत्री द्वारा किया जा रहा है।

कोटा का नाम पर्यटन के मानचित्र पर होगा
उद्योग मंत्री रावत ने कहा कि इससे कोटा पूरे देश में पर्यटन के मानचित्र पर आ जाएगा। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास होगा कि पर्यटन के क्षेत्र में निवेश करने वालों को जिला उद्योग केंद्र में ही रजिस्ट्रेशन कराने का प्रयास किया जाएगा। साथ ही कोटा में पर्यटन की विपुल संभावनाओं को देखते हुए मुख्यमंत्री से वार्ता कर कोटा में पर्यटन का मुख्यालय खोलने का भी प्रयास किया जाएगा।

विकास की दृष्टि से राजस्थान सातवें पायदान पर
उद्योग मंत्री ने कहा कि पिछले 5 वर्ष से राजस्थान विकास के दृष्टिकोण से आठवें पायदान से सातवें पायदान पर आ गया है, जो राज्य के विकास के लिए एक अच्छा संकेत है। उन्होंने कहा कि उद्यमियों द्वारा सुझाए गए ओद्योगिक विकास से संबंधित सुझाव एवं समस्याओं के निराकरण के लिए हमारी सरकार पूरी तरह से कटिबद्ध है।

औद्योगिक समस्याओं पर 14 को बैठक
उन्होंने कहा कि उद्यमियों द्वारा उठायी गई समस्याओं के निराकरण के लिए 14 सितंबर को उद्योग विभाग जयपुर में उद्यमियों के साथ एक बैठक आयोजित कर उद्यमियों की समस्याओं से संबंधित विभागों के साथ विस्तृत चर्चा करके औद्योगिक समस्याओं के निराकरण के पूरे प्रयास किए जाएंगे।

यह भी रहे मौजूद
बैठक में कोटा स्टोन स्मॉल स्केल इंडस्ट्रीज एसोसिएशन रामगंजमंडी के अध्यक्ष प्रहलाद बैसला, उपाध्यक्ष गोपाल गर्ग, सचिव अखिलेश मेडतवाल, हाडोती कोटा स्टोन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के संरक्षक सुरेश मित्तल, संस्थापक अध्यक्ष राजेश गुप्ता, अध्यक्ष गोविंद अग्रवाल, दी एसएसआई एसोसियेशन के पूर्व अध्यक्ष अनिल मूंदड़ा, विपिन सूद, अमनदीप सिंह, पूर्व सचिव पवन मूंदड़ा, लघु उद्योग काउंसलिंग के बीके नंदवाना रीको के वरिष्ठ क्षेत्रीय प्रबंधक एमके शर्मा, जिला उद्योग केंद्र के महाप्रबंधक गर्ग सहित कई उद्यमी मौजूद थे।