आर्थिक सर्वेक्षण/अगले कारोबारी वर्ष में 6-6.5 फीसदी विकास दर का अनुमान

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नई दिल्ली। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों के पटल पर कारोबारी साल 2019-20 का आर्थिक सर्वेक्षण पेश कर किया। आर्थिक सर्वेक्षण में आगामी कारोबारी साल 2020-21 के लिए 6-6.5 फीसदी विकास दर का अनुमान रखा गया है। अपराह्न 1.45 बजे मुख्य आर्थिक सलाहकार द्वारा एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित किए जाने की उम्मीद है।

संसद के बजट सत्र की शुरुआत शुक्रवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के अभिभाषण से हुई। राष्ट्रपति ने संसद के दोनों सदनों के संयुक्त अधिवेशन को संबोधित किया। वित्त मंत्री शनिवार को कारोबारी साल 2020-21 का आम बजट पेश करेंगी। आर्थिक सर्वेक्षण पेश किए जाने के बाद लोकसभा की कार्यवाही शनिवार सुबह 11 बजे तक के लिए और राज्यसभा की कार्यवाही को शनिवार दोपहर एक बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई।

आर्थिक सर्वेक्षण वर्तमान कारोबारी साल में सरकार के प्रदर्शन का रिपोर्ट कार्ड होता है। इसमें पिछले एक साल में अर्थव्यवस्था के विभिन्न क्षेत्रों के प्रदर्शन और उसकी हालत का ब्योरा होता है। इसके साथ ही इसमें आने वाले कारोबारी साल के लिए भी आर्थिक अनुमान पेश किए जाते हैं। सरकार ने पिछले आर्थिक सर्वेक्षण (2018-19) में चालू कारोबारी साल (2019-20) के लिए 7 फीसदी का विकास अनुमान रखा था।

हालांकि सरकार आरबीआई और सरकार ने पिछले दिनों चालू कारोबारी साल के लिए विकास अनुमान को घटाकर 5 फीसदी कर दिया था। कारोबारी साल 2018-19 में विकास दर अनुमानित 6.8 फीसदी रही थी। पिछले आर्थिक सर्वेक्षण में चालू कारोबारी साल के लिए समग्र वित्तीय घाटे का अनुमान 5.8 फीसदी रखा गया था, जो एक साल पहले 6.4 फीसदी था। सर्वे में कहा गया था कि 2024-25 तक पांच लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यव्स्था बनने के लिए देश की विकास दर हर साल कम से कम 8 फीसदी रहनी चाहिए।