आर्थिक व सामाजिक रूप से सशक्त बनने का माध्यम है सहकारिता: चैन सिंह राठौड़

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कोटा। International Cooperative Day: दी कोटा को-ऑपरेटिव मार्केटिंग सोसायटी में शनिवार को अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता दिवस आयोजित किया गया।

मुख्य अतिथि कोटा-बूंदी जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ कोटा के अध्यक्ष चैन सिंह राठौड ने कहा कि सहकारिता विभिन्न क्षेत्रों में स्थानीय समुदायों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाने का माध्यम है। राठौड़ द्वारा संस्था के विकास के लिए सभी कर्मचारियों एवं पदाधिकारियों को संस्था के हित में अच्छे कार्य करने के निर्देश दिये।

उन्होंने कहा कि अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस का मुख्य उद्देश्य सहकारिता के मूल्यों, संकल्पों, और योगदान को प्रमोट करना है। सहकारी संगठनों के माध्यम से, लोगों को सामाजिक और आर्थिक स्वायत्तता, समानता और सहयोग की भावना को समझने और उन्हें मजबूत बनाने का प्रयास किया जाता है।

गोष्ठी में संस्था अध्यक्ष निहाल सिंह राठौड़ ने कहा कि सहकारिता का विचार लोककल्याणकारी राज्य की अवधारणा का आवश्यक तत्व है। सहकारिता की भावना एक सब के लिए सब एक के लिए के साथ ही शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों की समृद्धि है। सीसीबी कोटा के अधिशाषी अधिकारी नरेन्द्र सिंह बिष्ट ने सहकारिता में त्वरित व सतत विकास हेतु नवीन टेक्नोलॉजी को अपनाने पर जोर दिया।

इस अवसर पर डिजिटल कॉऑपरेटिव पर चर्चा की गई, जिसमें महाप्रबन्धक बीना बैरवा ने बताया कि सहकारिता का मुख्य उदेश्य कमजोर वर्ग के लोगों, किसानों, शिल्पकारों, महिलाओं व युवा वर्ग को सहकारिता के माध्यम से उचित रोजगार से जोडकर विकास करना है। इस मौके पर उपाध्यक्ष चेतन कुमार मालव, संस्था संचालक भंवर सिंह, राकेश कुमार नागर इत्यादि उपस्थित रहे।