अब DTH के सेट टॉप बॉक्स की भी करानी होगी KYC

1444

नई दिल्ली। सूचना और प्रसारण मंत्रालय के निर्देशों के बाद टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (ट्राई) ने डीटीएच के सेट टॉप बॉक्स की नो योर कस्टमर (केवाईसी) कराने को लेकर कंसल्टेशन पेपर तैयार कर लिए हैं। ट्राई ने इन पेपर्स को संबंधित पक्षों के सुझाव जानने के लिए पेश कर दिया है।

भारत में 2001 में डीटीएच ब्रॉडकास्टिंग सेवाओं की शुरुआत हुई थी। इसी साल 15 मार्च को सरकार ने डायरेक्ट टू होम (डीटीएच) ब्रॉडकास्टिंग सेवाएं शुरू करने के लिए लाइसेंस से संबंधी गाइड लाइंस जारी की थी। इन गाइड लाइंस में देश में डीटीएच सेवाओं को स्थापित करने और संचालित करने के लिए लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया, मूल नियम और शर्तें शामिल थीं।

19 अगस्त तक दे सकते हैं अपने सुझाव
27 दिसंबर 2018 को सूचना और प्रसारण मंत्रालय ने ट्राई को एक निर्देश भेजा था। इसमें डीटीएच सेवाओं के लिए सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी कराने की लेकर सिफारिश मांगी गई थी। साथ ही केवाईसी कराने के लिए पूरी प्रक्रिया बताने को कहा गया था।

ट्राई के एक अधिकारी के अनुसार, इस कंसल्टेशन पेपर पर संबंधित पक्ष 19 अगस्त तक अपने सुझाव दे सकते हैं। यदि कोई काउंटर कमेंट देना चाहता है तो वह 2 सितंबर तक अपने कमेंट भेज सकता है।

इन सवालों पर मांगे सुझाव
1- क्या डीटीएच सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी या ई-केवाईसी कराने की आवश्यकता है?
2- यदि प्रश्न 1 का उत्तर सकारात्मक है तो केवाईसी कराने के लिए क्या प्रक्रिया अपनानी चाहिए?
3- इंस्टॉलेशन के समय केवल एक बार केवाईसी काफी है या सही लोकेशन जानने के लिए कुछ समय बाद फिर से केवाईसी होनी चाहिए। यदि हां तो कितने समय बाद दोबारा वेरीफिकेशन कराई जाए?
4- क्या नए सेट टॉप बॉक्स के साथ मौजूदा सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी भी करनी चाहिए? यदि हां तो मौजूदा सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी करने के लिए कितने दिनों का समय तय किया जाना चाहिए?
5- क्या आपके सेट टॉप बॉक्स की लोकेशन ट्रैक करने के लिए इसमें स्थान आधारित सेवाओं (एलबीएस) को शामिल करना चाहिए? क्या इस पर कोई फीस लागू करनी चाहिए?
6- डीटीएच सेट टॉप बॉक्स की केवाईसी से संबंधित अन्य मुद्दे?