CBSE: परीक्षार्थी घड़ी पहनकर जा सकेंगे केंद्र, नए सत्र से बदलेगा पैटर्न भी

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कोटा। सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकंडरी एजुकेशन (सीबीएसई) के कक्षा 10वीं और 12वीं के परीक्षार्थी अब परीक्षा हॉल में पानी की बोतल ले जा सकेंगे। इसके अलावा वे परीक्षा के दौरान घड़ी भी पहन सकेंगे। परीक्षा सेे पहले किसी भी छात्र के जूते उतरवाकर जांच नहीं की जाएगी। सीबीएसई ने बोर्ड एक्जाम में शामिल परीक्षार्थियों के फीडबैक के बाद यह बदलाव किया है।

इसकी वजह है कि इस बार सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा को लेकर सख्त नियम बनाए थे। जिसमें घड़ी से लेकर पानी की बोतल पर पाबंदी लगा दी थी। इस कारण परीक्षार्थियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। नियमानुसार परीक्षार्थी डिजिटल घड़ी नहीं पहन सकते हैं।

नॉर्मल या एनालॉग घड़ी ही पहन कर परीक्षा हॉल में जा सकेंगे। सीबीएसई ने बोर्ड परीक्षा में ऐसे कई नियम बनाए थे, जो इंजीनियरिंग और मेडिकल आदि प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए होते थे। परीक्षा केंद्र पर पहुंचने के साथ ही उनकी कई बार जांच की जाती थी।

इसमें कई परीक्षार्थी नर्वस हो जाते थे। सीबीएसई को निंरतंर मिल रहे फीडबैक के बाद यह बदलाव किए हैं। सीबीएसई कक्षा 10वीं के बोर्ड एक्जाम 29 मार्च तक रहेंगे। वहीं कक्षा 12वीं के बोर्ड एक्जाम 3 अप्रैल तक चलेंगे।

परीक्षार्थियों के फीडबैक के बाद किया बदलाव: सीबीएसई इस बार परीक्षा के बाद छात्रों से भी फीडबैक ले रहा है। फीडबैक में छात्रों ने परीक्षा केंद्र पर जरूरत से ज्यादा नियम का विरोध किया है। चूंकि दो मार्च से 12वीं बोर्ड की परीक्षा शुरू हुई है। इस दौरान कई केंद्रों से परीक्षार्थियों की इस तरह की शिकायतें आई हैं। इसके बाद बोर्ड ने नियमों में बदलाव किया गया है।

कॉपी जाएंगी मूल्यांकन केंद्र पर : सीबीएसई ने सभी बोर्ड केंद्रों को परीक्षा में उपस्थित छात्रों की उत्तर पुस्तिका को ही मूल्यांकन केंद्र पर भेजने को कहा है। दिव्यांग परीक्षार्थी की उत्तर पुस्तिका को अलग से बोर्ड को पार्सल करना है।

कई परीक्षा केंद्रों से उपस्थित के साथ अनुपस्थित छात्रों की खाली उत्तर पुस्तिका भी बोर्ड को भेजी जा रही हैं। इस पर बोर्ड ने निर्देश जारी कर केवल उपस्थित परीक्षार्थियों की उत्तर पुस्तिकाएं ही भेजने को कहा है। जिससे बोर्ड पर अतिरिक्त भार नहीं पड़ेगा।

बोर्ड ने मूल्यांकन प्रक्रिया को रिवाइज किया: नेशनल असेसमेंट सर्वे 2017-18 में कक्षा 10 के स्टूडेंट्स की खराब परफॉर्मेंस के बाद अब सीबीएसई ने मूल्यांकन प्रक्रिया में बदलाव किया है। इसके अनुसार अगले सत्र यानि 2019-20 से कक्षा 12वीं के मैथ्स सब्जेक्ट में इंटरनल असेसमेंट शुरू कर दिया जाएगा।

इस सब्जेक्ट में अभी तक 100 मार्क्स का बोर्ड एक्जाम ही होता था, लेकिन अगले सत्र से 80 मार्क्स का बोर्ड एक्जाम और 20 मार्क्स का इंटरनल असेसमेंट होगा। मैथ्स के अतिरिक्त लैंग्वेज, पॉलिटिकल साइंस और लीगल स्टडीज में भी अगले सत्र से यह नया अनुपात लागू हो जाएगा।

विचार-विमर्श करेंगे: स्टूडेंट्स के लर्निंग आउटकम को बेहतर बनाने और उनकी समीक्षात्मक और रचनात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए यह बदलाव किया गया है। बोर्ड की ओर से जारी सर्कुलर में कहा है कि कई टीचर्स, एक्सपर्ट्स और स्टूडेंट्स से एसेसमेंट प्रक्रिया को मजबूत बनाने पर विचार विमर्श किया गया, जिसके बाद इंटरनल असेसमेंट में ये बदलाव करने का निर्णय लिया गया।

ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस: इंटरनल असेसमेंट के साथ ही अगले सत्र से सभी सब्जेक्ट्स के पेपर में ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस भी होंगे। कम से कम 25% मार्क्स के ऑब्जेक्टिव क्वेश्चंस को शामिल किया जाएगा। वहीं 75% मार्क्स के सब्जेक्टिव क्वेश्चंस की संख्या भी कम कर दी जाएगी, ताकि विश्लेषणात्मक और रचनात्मक उत्तर लिखने के लिए पर्याप्त समय मिल जाए।

गौरतलब है कि मौजूदा सत्र में भी बोर्ड ने बड़ा बदलाव कर सभी सब्जेक्ट्स में इंटरनल च्वॉइस क्वेश्चंस को 33% कर दिया है। अब उन्हें 80 मार्क्स के लिए ही तैयारी करनी पड़ेगी, 20 मार्क्स इंटरनल एसेसमेंट में कवर हो जाएंगे।