RBI ने अपने अकाउंटिंग साल जुलाई को बदल कर अप्रैल किया

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रिजर्व बैंक की बैलेंसशीट 7% की दर से बढ़ी, 1 लाख करोड़ सरकार को दिया

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की बैलेंसशीट की साइज 31 मार्च 2021 तक 57.08 लाख करोड़ रुपए की हो गई है। एक साल पहले यह 53.55 लाख करोड़ रुपए की थी। पिछले 9 महीनों यानी जून से लेकर इस साल के मार्च तक इसकी बैलेंसशीट करीबन 7% की दर से बढ़ी है।

रिजर्व बैंक की सालाना रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई है। रिजर्व बैंक ने कहा कि उसकी बैलेंसशीट में इस दौरान 3.73 लाख करोड़ रुपए की बढ़त हुई है। यह अब 57 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा की हो गई है। इस साल से अब रिजर्व बैंक ने अपने अकाउंटिंग साल को भी बदल दिया है। अब उसका अकाउंटिंग साल अप्रैल से मार्च होगा, जो पहले जुलाई से शुरू होता था। यही कारण है कि रिजर्व बैंक ने 9 महीने की बैलेंसशीट की साइज बताई है।

अकाउंटिंग साल बदलने से 2020-21 को 9 महीने ही माना गया है। यानी जुलाई 2020 से मार्च 2021 के समय को लिया गया है। रिजर्व बैंक की असेट साइज में बढ़त मुख्य रूप से विदेशी और घरेलू निवेश रहा है। विदेशी निवेश में 11.48% और घरेलू निवेश में 13.75% की बढ़त हुई है। लाइबिलिटी साइड की बात करें तो इसमें मुख्य रूप से डिपॉजिट में 26.85% और नोट जारी करने में 7.26% की बढ़त हुई है। अन्य लाइबिलिटी यानी देनदारी की बात करें तो उसमें 43.05% की बढ़त देखी गई है।

रिपोर्ट के मुताबिक, घरेलू संपत्तियों में लगातार बढ़त रही है जो 26.42% रही है। विदेशी मुद्रा और सोने की बात करें तो यह मार्च 2021 की तुलना में कुल असेट का 73.58% रही है। एक साल पहले विदेशी मुद्रा और सोना कुल असेट का 71.25% था। रिजर्व बैंक ने कहा कि 20,710 करोड़ रुपए का उसने प्रोविजन किया है। हालांकि असेट डेवलपमेंट फंड में कोई प्रोविजन नहीं किया गया है।

शुद्ध इनकम 99,126 करोड़ रुपए
9 महीनों में रिजर्व बैंक की शुद्ध इनकम 99,126 करोड़ रुपए रही है। बैंक ने केंद्र सरकार को 99,122 करोड़ रुपए दे दिए हैं। उसके पास ज्यादा पैसा जो रहा है उसमें से दिया है। पिछले साल रिजर्व बैंक ने सरकार को 57 हजार 127 करोड़ रुपए दिया था।