अनिल देशमुख के करीबी कारोबारियों के दफ्तरों और घरों पर ED के छापे

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नागपुर। महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मंगलवार को नागपुर में उनके कुछ करीबी कारोबारियों के घर और दफ्तरों पर छापेमारी की। जांच एजेंसी मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परम बीर सिंह के देशमुख के खिलाफ लगाए गए आरोपों के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के ऐंगल से जांच कर रही है।

ईडी की टीम ने शिवाजी नगर स्थित सागर भटेवार के आवास और दफ्तर समेत कम से कम तीन जगहों पर छापेमारी की। समझा जाता है कि भटेवार का नागपुर के नेता के साथ कुछ वित्तीय लेन-देन था, जो उच्च न्यायालय के आदेश के बाद सीबीआई जांच का भी सामना कर रहे हैं। यह पता चला है कि नागपुर में देशमुख के तीन करीबी सहयोगी ईडी के रडार पर आ गए थे, जब उनके बैंक के लेन-देन ने उन्हें एनसीपी नेता और उनके परिवार से जोड़ दिया था।

ईडी ने इससे पहले सीबीआई द्वारा दर्ज एफआईआर के आधार पर देशमुख के खिलाफ मामला दर्ज किया था। एक दिन पहले ईडी ने मामले के सिलसिले में मुंबई के एक बार मालिक का बयान भी दर्ज किया था और कुछ और लोगों को भी तलब किया था।

ईडी ने पश्चिम नागपुर के जफर नगर और सदर इलाकों में पूर्व गृह मंत्री के करीब दो अन्य व्यवसायियों के घरों और कार्यालयों पर भी छापेमारी की। ईडी ने उन जगहों से लैपटॉप और महत्वपूर्ण दस्तावेज जब्त किए हैं।

मुंबई के पूर्व सीपी सिंह ने आरोप लगाया था कि देशमुख ने बर्खास्त सहायक पुलिस निरीक्षक सचिन वाझे और अन्य पुलिसकर्मियों को बार मालिकों से 100 करोड़ रुपये का टारगेट दिया था। सीबीआई ने पिछले महीने देशमुख के सिविल लाइंस आवास पर छापा मारा था और कुछ नकदी के साथ कई दस्तावेज जब्त किए थे।