कोटा। कोरोना महामारी में लोग हताश, लाचार व बदहाल नजर आ रहे हैं। परेशानियां इतनी अधिक हैं, कि कुछ समझ नहीं आ रहा। घर परिवार से लेकर अस्पताल, इलाज, ऑक्सीजन, दवाएं सहित हर तरफ जूझना पड़ रहा है। प्लाज्मा के लिए भी मरीज के परिजनों को घंटो ब्लड बैंक के बाहर भयभीत हालत में खडे रहना पड़ता है। इन सभी परिस्थितियों में मरीज व परिजनों को प्लाज्मा के साथ तन, मन व अपनापन समर्पित करने की आवश्यकता है। उन्हें अनंत हौंसलों की आवश्यकता है।
ये बात प्लाज्मा डोनेशन के दौरान प्लाज्मा डोनर्स ने कही। टीम जीवनदाता के संयोजक व लायंस क्लब के जोन चेयरमैन भुवनेश गुप्ता ने कहा कि बुधवार को रंगबाडी निवासी हर्ष मेवाडा व उनकी पत्नी मीना मेवाडा ओ पॉजिटिव प्लाज्मा डोनेशन करने पहुंचे। हर्ष ने सहर्ष प्लाज्मा डोनेशन किया, जबकि उनकी पत्नी मीना मेवाड़ा के डीप वेन की समस्या से वह प्लाज्मा डोनेशन नहीं कर सकी। उन्होंने कहा कि बिना डोनेशन के घर नहीं जा सकती। आखिर उन्होंने रक्तदान किया।
वह पूर्व में एक बार एसडीपी व 10 बार रक्तदान कर चुकी हैं। वहीं हर्ष भी 3 बार एसडीपी व 15 बार रक्तदान कर चुका है। एक बार कोटा की निर्धन बिटिया के दिल्ली एम्स में भर्ती रोगी के लिए दिल्ली एम्स जाकर भी एसडीपी डोनेट करके आ चुका है। आरकेपुरम निवासी प्रथम वर्मा ने प्रथम बार प्लाज्मा डोनेशन किया।
उन्होंने अपने मित्र लोकेश शर्मा व टीम के वर्द्धमान जैन से प्रेरित होकर प्लाज़्मा डोनेट किया। उन्होंने कहा कि कठिन समय में मदद करना परोपकार का कार्य है। इस अवसर में तकलीफ को ना देखे और तकलीफ में सेवा कर अवसर का लाभ उठायें। इस दौरान वर्धमान जैन, मनीष माहेश्वरी, सीए मनीष बंसल, रजनीश खंडेलवाल, मोहित दाधिच, भुवनेश गुप्ता का विशेष सहयोग रहा।
मन स्थिति मजबूत हो तो स्थितियां ठीक होंगी
भुवनेश गुप्ता ने कहा कि पूरी क्षमता से कार्य करने के बाद भी कुछ प्लाज्मा डोनर्स ही तैयार हो पाते हैं। ऐसे में लोगों को अपनी मनस्थिति मजबूत कर आगे आकर प्लाज्मा डोनेशन करना चाहिए, तभी स्थितियां अनुकूल हो सकती हैं।