प्राइवेट अस्पतालों को सरकारी वेंटिलेटर किराये पर देकर फंसी गहलोत सरकार

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जयपुर। केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार पर ऑक्सिजन के आवंटन को लेकर हमलावर राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार पर सोमवार को बीजेपी ने बड़ा हमला बोला। सरकारी वेंटिलेटर प्राइवेट अस्पतालों को किराये पर देने के मामले में बीजेपी ने सरकार के परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बयान का हवाला दिया और पाप का प्रायश्चित करने तक कहा डाला।

राजस्थान में कोरोना महामारी दिन-पर-दिन पैर पसारती जा रही है। राज्य के भरतपुर जिले में भी तेजी से संक्रमण बढ़ रहा है। जिले में रोजाना कई मरीज दम तोड़ दे रहे हैं. सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बेहतर इलाज नहीं मिल पा रहा है। इस बीच भरतपुर से चौंकाने वाला मामला सामने आया है। ये मामला भरतपुर के रायबहादुर सरकारी अस्पताल का है।

कोरोना महामारी में जब सरकारी अस्पताल में लोगों को बेड नहीं मिल पा रहा है, उस समय राय बहादुर अस्पताल ने पीएम केयर्स फंड से मिले वेंटिलेटर को ‘नॉन-यूज’ का हवाला देते हुए जिंदल अस्पताल को 20 वेंटिलेटर किराए पर दे दिए हैं। बता दें कि जिंदल प्राइवेट हॉस्पिटल है।

वहीं अस्पताल प्रशासन ने कहा कि ‘गैर आईसीयू वार्डों में 20 वेंटिलेटर रखे गए हैं, जबकि 20 को कोविड वार्डों के लिए रखा गया है। हमारे ऑक्सीजन प्वाइंट उपलब्धता और कैसलोएड के अनुसार हम 20 वेंटिलेटर का उपयोग करने में सक्षम नहीं थे। इसलिए, हमने इसे निजी अस्पताल को किराए पर देने का निर्णय लिया।’ इस मुद्दे पर अब भाजपा सांसद कर्नल राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ट्वीट कर कहा कि र क्या सरकारी वेंटिलेटर निजी अस्पताल को किराये पर देना सही है?

बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने मंत्री खाचरियावास का एक वीडियो ट्वीट करते हुये लिखा है, ‘एक पहले कह रहे थे की मोदी सरकार मदद नहीं कर रही। अब कह रहें हैं वेंटिलेटर ज़्यादा थे, इसलिए किराये पर निजी अस्पताल को दे दिए। कल कह रहे थे निजी अस्पताल लूट रहें हैं।’ उन्होंने कहा, ‘मंत्री जी इन सब में असल ये है कि आपकी सरकार की चोरी पकड़ी गई, अब बोखलाने के बजाय पाप का प्रायश्चित करो।’

बीजेपी प्रवक्ता की ओर से शेयर किये गये इस वीडियो के बाद मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास ने भी रात को फेसबुक पेज पर अपने बयान वाला वीडियो अपलोड किया है। वेंटिलेटर वाले बयान से जुड़े इस वीडियो के साथ मंत्री ने लिखा है, ‘जैसा कि मैंने पहले भी कहा था और अब वापस कह रहा हूं कि संकट में ही नेता और सरकार का पता चलता है। यह कोरोना से लड़ाई एक युद्ध है। यह युद्ध इंसानियत को बचाने का युद्ध है, यह युद्ध प्रलय को रोकने का युद्ध है।