नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर थमने का नाम नहीं ले रही है। इस बीच केंद्र सरकार ने इसकी तीसरी लहर के बारे में चेतावनी दी है। सरकार के प्रिंसिपल साइंटिफिक एडवाइजर विजय राघवन ने बताया कि कोरोना की तीसरी लहर भी जरूर आएगी। वायरस का संक्रमण अपने सबसे ऊंचे लेवल पर है। अभी यह तय नहीं है कि तीसरी लहर कब आएगी और कितनी खतरनाक होगी, लेकिन हमें नई लहर के लिए तैयार रहना होगा। राघवन बुधवार को कोरोना की स्थिति पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोल रहे थे।
5 राज्यों में ज्यादा मौतें: इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के ज्वॉइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने बताया कि कोरोना के केस हर दिन 2.4% के रेट से बढ़ रहे हैं। पिछले 24 घंटों में देश में 3,82,315 मामले दर्ज किए गए हैं। 12 राज्यों में एक लाख से ज्यादा, 7 राज्यों में 50 हजार से एक लाख और 17 राज्यों में 50 हजार से कम एक्टिव केस हैं। 24 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में 15% से ज्यादा पॉजिटिविटी रेट है। 10 राज्यों में यह 5 से 15% और तीन में 5% से कम है।
उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा में ज्यादा मौतों की सूचना मिल रही है। बेंगलुरु में पिछले एक सप्ताह में लगभग 1.49 लाख मामले सामने आए। चेन्नई में यह संख्या 38 हजार रहे। कुछ जिलों ने नए केस तेजी से बढ़े हैं। इनमें कोझीकोड, एर्नाकुलम, गुड़गांव शामिल हैं। 9 राज्यों में 18+ का वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है। 18-44 उम्र वाले 6.71 लाख लोगों को टीके लगाए गए हैं। केंद्र सरकार अब तक 16 करोड़ से ज्यादा डोज मुफ्त दे चुकी है।
पहली लहर: देश में पहली लहर पिछले साल आई थी। साढ़े तीन महीने तक मामले बढ़ते रहने के बाद पीक 16 सितंबर को आया था। उस दिन एक दिन में 97 हजार 860 नए मामले सामने आए थे। बाद में मामले कम होने लगे थे। करीब दो महीने बाद 19 नवंबर को मामले आधे घटकर 46 हजार रह गए थे।
दूसरी लहर: यह बीते मार्च से शुरू हुई। 1 मार्च को एक दिन में 12,270 मामले आए। इसके बाद हर दिन मामले बढ़ते रहे। 1 अप्रैल को एक दिन में 75 हजार मामले सामने आ चुके थे। एक महीने बाद 30 अप्रैल को एक दिन में 4.02 लाख मामले देखे गए। अलग-अलग एक्सपर्ट्स का अनुमान है कि दूसरी लहर का पीक इसी महीने में देखने में आएगा और अगले महीने से मामले घटना शुरू होने की उम्मीद है।